इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के वोट लेने वाले विपक्षी दल ने भी चुप्पी साध रखी है। अब मुसलमान इनका चेहरा पहचान लें और वोट नहीं दें। उन्होंने कहा कि सपा के जितने भी विधायक जीते हैं, सब मुस्लिमों के वोट से ही जीते हैं। इसमें सपा का कोई रोल नहीं है। इसके बावजूद अखिलेश यादव ईडी और सीबीआई के डर से खामोश बैठे हैं। मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर वह एक शब्द नहीं बोलते। इसलिए मुसलमान अब सपा से दूरी बनाएं।
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उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प को दोहराया- नंदी मुस्लिम सांसद-विधायक आवाज नहीं उठा सकते तो इस्तीफा दें मौलाना ने इस दौरान सेक्युलर और मुसलमान सांसदों-विधायकों का आह्वान करते हुए कहा कि अगर वे पार्टी के एजेंडे के खिलाफ नहीं जा सकते और मुसलमानों की आवाज नहीं बन सकते तो तत्काल अपने इस्तीफे देकर सड़क पर उतरें। इस तरह चुप बैठकर तमाशा देखने से मिल्लत का ही नहीं, मुल्क का नुकसान होगा।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा- व्यक्ति के खिलाफ सीधे गिरफ्तारी का वारंट जारी करने का अधिकार क्षेत्र नहीं सरकार मुस्लिमों पर दर्ज करा रही फर्जी केस मौलाना ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाई जा रही है। धार्मिक जुलूसों में हथियार लहराने वाले लोग अब काबू से बाहर हैं। मस्जिदों में जबरदस्ती भगवा झंडे लगाए जा रहे हैं। मुस्लिम इलाकों में भीड़ अभद्र नारे लगाती है। इस सबके बावजूद सरकार दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर उल्टा मुस्लिमों पर फर्जी केस दर्ज करवा रही है। मुसलमानों की संपत्ति पर बुलडोजर चल रहा है।