10 दिन पहले लिया था एडमिशन
नोएडा सेक्टर 62 के रहने वाले इंजीनियर अनादि दीक्षित की बेटी अनन्या ने 24 अगस्त को एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया था। 28 अगस्त को अनन्या ने कॉलेज और हॉस्टल ज्वाइन किया था। अनन्या अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी और हॉस्टल के कमरा नंबर चार में नूपुर और हर्षिता उसकी पार्टनर थी। अनन्या बुधवार को क्लास बीच में छोड़कर अपने कमरे में वापस आ गयी थी। जब क्लास खत्म होने के बाद उसकी पार्टनर वापस आई तो कमरा अंदर से बंद था। काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला था तो इसकी जानकारी हॉस्टल के गार्ड को दी गयी। गार्ड ने जब खिड़की का दरवाजा तोड़ कर देखा तो अनन्या का शव पंखे से लटका हुआ था।
नोएडा सेक्टर 62 के रहने वाले इंजीनियर अनादि दीक्षित की बेटी अनन्या ने 24 अगस्त को एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लिया था। 28 अगस्त को अनन्या ने कॉलेज और हॉस्टल ज्वाइन किया था। अनन्या अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी और हॉस्टल के कमरा नंबर चार में नूपुर और हर्षिता उसकी पार्टनर थी। अनन्या बुधवार को क्लास बीच में छोड़कर अपने कमरे में वापस आ गयी थी। जब क्लास खत्म होने के बाद उसकी पार्टनर वापस आई तो कमरा अंदर से बंद था। काफी देर दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला था तो इसकी जानकारी हॉस्टल के गार्ड को दी गयी। गार्ड ने जब खिड़की का दरवाजा तोड़ कर देखा तो अनन्या का शव पंखे से लटका हुआ था।
देर शाम पहुंचे परिजन
अनन्या की मौत की सूचना पर परिजन भी देर शाम बरेली पहुंच गए। डीएम के आदेश पर रात में ही अनन्या के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनन्या की मौत की वजह हैंगिंग आया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन देर रात अनन्या का शव लेकर नोएडा रवाना हो गए।
अनन्या की मौत की सूचना पर परिजन भी देर शाम बरेली पहुंच गए। डीएम के आदेश पर रात में ही अनन्या के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अनन्या की मौत की वजह हैंगिंग आया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजन देर रात अनन्या का शव लेकर नोएडा रवाना हो गए।
पुलिस कर रही जांच
एसपी ग्रामीण ख्याति गर्ग ने बताया कि छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। छात्रा ने किन कारणों से खुदकुशी की है इसकी जांच की जा रही है। पहले भी हुई घटनाएं
इसे पढ़ाई का प्रेशर कहे या कुछ और वजह, चाहे कुछ भी हो लेकिन युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इससे पहले भी एसआरएमएस में दो स्टूडेंट्स आत्महत्या कर चुके हैं। 29 मई 2015 को भिवानी हरियाणा की रहने वाली प्रियंका ने फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। वो एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा थी। इसके बाद 12 जुलाई 2016 को बरेली के रहने वाले यश ने भी हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। यश एमबीबीएस का छात्र था।
एसपी ग्रामीण ख्याति गर्ग ने बताया कि छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। छात्रा ने किन कारणों से खुदकुशी की है इसकी जांच की जा रही है। पहले भी हुई घटनाएं
इसे पढ़ाई का प्रेशर कहे या कुछ और वजह, चाहे कुछ भी हो लेकिन युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ रही है। इससे पहले भी एसआरएमएस में दो स्टूडेंट्स आत्महत्या कर चुके हैं। 29 मई 2015 को भिवानी हरियाणा की रहने वाली प्रियंका ने फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। वो एमबीबीएस सेकंड ईयर की छात्रा थी। इसके बाद 12 जुलाई 2016 को बरेली के रहने वाले यश ने भी हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी। यश एमबीबीएस का छात्र था।