महारष्ट्र कैडर के आईपीएस अफसर नुरुल हसन का परिवार इज्जतनगर इलाके के परवाना नगर में रहता है। छह माह पहले उनके नाम से दिल्ली के दरियागंज के रहने वाले अधेड़ रिक्शा चालक ने फेसबुक पर फर्जी आईडी बना ली और उसने सिविल लाइंस की रहने वाली युवती को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। आईपीएस अफसर की रिक्वेस्ट पर युवती उस आईडी से जुड़ गई और दोनों में चैटिंग होने लगी। डेढ़ माह पहले जावेद ने लड़की को अश्लील मैसेज भेजे। लड़की को लगा कि आईपीएस अफसर ये मैसेज भेज रहे हैं जिस पर उसने डीआईजी से मामले की शिकायत की। डीआईजी के आदेश पर मामले की जांच हुई तो पता चला कि रिक्शा चालक ने आईपीएस की फेक आईडी बना रखी थी। जिससे वो लड़की से चैटिंग करता था। मामले का खुलासा होने के बाद इज्जतनगर पुलिस ने दिल्ली के दरियागंज से जावेद को गिरफ्तार कर लिया। जावेद ने पुलिस को बताया कि वो इस आईडी से बहुत लड़कियों के साथ चैटिंग करता है।
मामला जानकारी में आने पर आईपीएस के पिता ने इज्जतनगर थाने में आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप है कि जब इस बात की जानकारी लड़की को हुई तो लड़की ने इज्जतनगर थाने से आईपीएस के पिता शमशुल हसन का नंबर हासिल कर लिया और उन्हें फोन कर दबाव बनाया कि अपने बेटे की शादी उससे कराएं। जिसके बाद मां बेटी दोनों मिलकर आईपीएस के पिता को फोन कर ब्लैकमेल करने लगी और धमकी देने लगी कि वो उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा देंगी। इसकी शिकायत पिता ने पुलिस से की। पुलिस के अफसरों ने मां-बेटी को बुलाकर समझाया लेकिन वो नहीं मानी जिसके बाद दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।