नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सड़कों की गुणवत्ता संतोषजनक पाए जाने के बाद ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इंजीनियरों की निगरानी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर निगम में नई व्यवस्था लागू करते हुए उन्होंने निरीक्षण का सिलसिला शुरू किया है, जिसमें वह सुबह 10 बजे से पहले ही विभिन्न वार्डों में पहुंचकर सड़कों की स्थिति की जांच कर रहे हैं। शनिवार को किए गए औचक निरीक्षण में नगर आयुक्त ने निर्माणाधीन सड़कों के साथ-साथ पहले से बनी सड़कों की गुणवत्ता की भी जांच की। कुछ स्थानों पर सड़कों को खुदवाकर उनकी सामग्री की गुणवत्ता को परखा गया, जिसके बाद संबंधित अभियंताओं को मौके पर बुलाकर कार्रवाई की गई।