क्या था मामला फरीदपुर नगर पालिका परिषद ने वेश्याओं और भिखारियों से केयरिंग चार्ज वसूलने का निर्णय लिया था।नगर पालिका परिषद ने जिन 62 बिंदुओं को केयरिंग चार्ज के दायरे में रखा था उनमे वेश्यावृत्ती और भिखारी भी शामिल थे। यानि पालिका अब इन लोगों से भी टैक्स वसूल करने की तैयारी में थी। पालिका ने विज्ञापन जारी कर इस पर लोगों की आपत्तियां मांगी थी।विज्ञापन छपने के बाद हड़कम्प मच गया और पालिका की फजीहत होने लगी। फजीहत होने के बाद पालिका ने अपनी भूल सुधारते हुए इन दोनों बिंदुओं को हटा दिया है।
चेतना ने जताई थी आपत्ति वेश्याओं और भिखारियों से केयरिंग चार्ज वसूलने के प्रस्ताव पर सामाजिक संस्था चेतना समिति ने आपत्ति जताई थी संस्था के अध्यक्ष बीएन अग्रवाल का कहना है कि ये पूरी प्रक्रिया ही गलत है। प्रस्ताव में भीख मांगने वालों से पांच सौ रूपये टैक्स और वैश्याओं से दो हजार रूपये प्रतिदिन टैक्स वसूलने की तैयारी थी।