अपने खून से लिखा खत
प्रेमनगर इलाके के शाहबाद मोहल्ले के रहने वाले गुलफाम अंसारी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सरहद पर रोज ही हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं। इसलिए अब इन्हें कड़ा जवाब देने का समय आ गया है । प्रधानमंत्री मोदी 56 इंच के सीने का दम दिखाते हुए आतंकवादियों को कड़ा जवाब दें।
प्रेमनगर इलाके के शाहबाद मोहल्ले के रहने वाले गुलफाम अंसारी सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सरहद पर रोज ही हमारे सैनिक शहीद हो रहे हैं। इसलिए अब इन्हें कड़ा जवाब देने का समय आ गया है । प्रधानमंत्री मोदी 56 इंच के सीने का दम दिखाते हुए आतंकवादियों को कड़ा जवाब दें।
पहले भी खून से लिख चुके हैं खत
गुलफाम अंसारी ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पहली बार खून से खत नहीं लिखा है बल्कि वो इसके पहले भी खून से खत लिखकर नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं। नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर जहां तमाम लोग प्रधानमंत्री के इस फैसले की आलोचना कर रहे थे। वही गुलफाम अंसारी ने अपने खून से लिख कर इसे प्रधानमंत्री का साहसिक कदम बताया था और कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम से कैशलेस अर्थ व्यवस्था को बढ़ावा मिला है। उनका ये कदम देश के हित में है।
समाजसेवी हैं गुलफाम अंसारी
गुलफाम अंसारी का संगठन युवा बरेली सेवा क्लब कई सामाजिक कार्यों और अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेता रहा है। शहर में कूड़े की समस्या हो या फिर शहर के लिए कोई अन्य अभियान गुलफाम अंसारी और उनके साथी हर अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं।