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diwali 2018 : नरक चतुर्दशी पर यम दीपदान का है बड़ा महत्व, जानिए शुभ मुहूर्त

locationबरेलीPublished: Nov 06, 2018 11:01:51 am

Submitted by:

suchita mishra

सायं के समय यमराज के निमित्त दीपदान से नरक दोष से मुक्ति मिलती है और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।

yum deepdan

diwali 2018 : नरक चतुर्दशी पर यम दीपदान का है बड़ा महत्व, जानिए शुभ मुहूर्त

बरेली। दीपावली के पांच दिवसीय पर्वों में छोटी दीपावली भी एक पर्व है।इस वर्ष 6 नवम्बर मंगलवार को चित्रा नक्षत्र प्रीति योग एवं आयुष्मान योग में छोटी दीपावली मनाना अति शुभ रहेगा। चित्रा नक्षत्र जोकि शुभ फल देने वाला माना जाता है और उसमें प्रीति योग और आयुष्मान योग का होना अति शुभ फलदायक है। अतः इन शुभ योगो में पूजा – पाठ का विशेष फल प्राप्त होगा। खासकर मंगलवार को हनुमान जयंती का चित्रा नक्षत्र में हनुमत पूजन से शनि कष्टों का निवारण विशेष रूप से फलदायक होगा। बालाजी ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित राजीव शर्मा ने बताया कि इस दिन चतुर्दशी तिथि रात्रि 10ः27 बजे तक चित्रा नक्षत्र सूर्योदय से रात्रि 07ः55 बजे तक, प्रीति योग ही रात्रि 07ः55 बजे तक रहेगा। तदोपरान्त अति शुभ आयुष्मान योग आरम्भ होगा इस दिन चन्द्रमा तुला राशि में प्रातः 08ः13 बजे के बाद प्रवेश करेंगे तथा चन्द्र-शुक्र की युति का अच्छा योग बनेगा। इस योग का रूप चतुर्दशी के दिन होना अति शुभ रहेगा। सायं के समय यमराज के निमित्त दीपदान से नरक दोष से मुक्ति मिलती है और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता।
यहाँ करें दीपदान

नरकदोष से मुक्ति के लिए सांयकाल चैमुखा दीपक जलाकर मुख्य द्वार के सामने रखा जाता है। भविष्योत्तर पुराण के अनुसार प्रदोषकाल में ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी के मंदिर में, मठो, अस्त्रागारो, चैत्रों, सभा भवनों, नदियों, उघानों, कूपो, राजपथो, भैरव के मंदिर में आदि सभी जगह दीप दान करना चाहिए। इस दिन देवताओं का पूजन कर दीपदान करना चाहिए। दीपदान के समय दत्तो दीप श्रतुर्दश्यां नरकप्रीतये मया। चतुर्वर्तिसमायुक्तः सर्वपापापनुत्तये।।मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।

सनत् कुमार संहिता के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को सांयकाल दीप दान करने से नरक में पड़े पितरों को भी स्वर्ग का मार्ग दिखता है और उनकी नरक से मुक्ति हो जाती है।

यमराज के निमित्त दीपदान का समय प्रदोष काल में सांय 05ः33 बजे से 06ः48 बजे तक है
दीप माला प्रज्वलन का शुभ मुहूर्त सांय काल 07ः07 बजे से रात्रि 08ः46 बजे तक है
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