नहीं सुधरे हालात हाइवे का निर्माण करने वाली कम्पनी साल भर पहले अधूरा हाइवे छोड़ कर फरार हो चुकी है। तब से इस हाइवे को एनएचआई ने इसके हाल पर ही छोड़ दिया है। पिछले साल हुई बारिश के बाद से हाइवे टूट कर धंस रहा है और अब इसका निर्माण कराने के लिए 830 करोड़ का नया टेंडर होना है। लेकिन इसके पहले मरम्मत के नाम पर ही करोड़ों रूपये खपाए जा रहे हैं। एनएचआई ने पिछले साल एक कम्पनी को हाइवे की मरम्मत की लिए 7.5 करोड़ का टेका दिया था और ये रकम पूरी खर्च होने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। इस बार भी हाइवे की मरम्मत के लिए छह करोड़ का ठेका दिया गया है।
accident on Bareilly- Sitapur highway” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2019/07/15/vlcsnap-2019-07-15-17h37m32s029_4840983-m.png”>समय पर नहीं हुआ काम इस हाइवे पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। टूटते और दरकते हाइवे को ठीक कराने के लिए करीब छह करोड़ का बजट भी पास हुआ है लेकिन इसमें मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। अगर समय रहते यहाँ पर मरम्मत का कार्य पूरा हो जाता तो आए दिन होने वाले हादसों में कमी आती। लेकिन अफसरों की अनदेखी के चलते हाइवे पर जगह जगह गड्ढे है जिनके कारण तमाम लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।