दिल्ली के लिए निकली थी महिला
जानकारी के अनुसार आजमगढ़ की रहने वाली एक महिला गुरुवार को रोडवेज बस से दिल्ली जा रही थी। बस में बच्चा गर्मी से परेशान होकर रोने लगा। काफी प्रयास करने पर भी बच्चा जब चुप नहीं हुआ तो महिला ने बस चालक से कस्बा फरीदपुर में उतारने के लिए कहा। लेकिन ड्राइवर बस को कस्बे के बजाय बाईपास से ले गया और महिला को भी बाईपास पर उतार दिया।
जानकारी के अनुसार आजमगढ़ की रहने वाली एक महिला गुरुवार को रोडवेज बस से दिल्ली जा रही थी। बस में बच्चा गर्मी से परेशान होकर रोने लगा। काफी प्रयास करने पर भी बच्चा जब चुप नहीं हुआ तो महिला ने बस चालक से कस्बा फरीदपुर में उतारने के लिए कहा। लेकिन ड्राइवर बस को कस्बे के बजाय बाईपास से ले गया और महिला को भी बाईपास पर उतार दिया।
रोते बच्चे को देख लोगों ने बच्चा चोर समझा
महिला बच्चे को गोद में लेकर शांत कराने की कोशिश करते हुए पैदल वहां से जा रही थी। तभी आसपास के कुछ लोगों ने बच्चे को रोता हुआ देख महिला को बच्चा चोर समझ लिया और उसे घेर लिया। वो बार बार खुद को बच्चे की मां बताती रही, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी और पुलिस को बुला लिया। इसके बाद पुलिस महिला को पकड़कर थाने ले आयी। थाने में महिला से पूछताछ की गई तब जाकर स्पष्ट हुआ कि वो बच्चे की मां है। अंजान जगह होने के कारण महिला को देर रात तक कोतवाली परिसर में ही बैठना पड़ा।
महिला बच्चे को गोद में लेकर शांत कराने की कोशिश करते हुए पैदल वहां से जा रही थी। तभी आसपास के कुछ लोगों ने बच्चे को रोता हुआ देख महिला को बच्चा चोर समझ लिया और उसे घेर लिया। वो बार बार खुद को बच्चे की मां बताती रही, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी और पुलिस को बुला लिया। इसके बाद पुलिस महिला को पकड़कर थाने ले आयी। थाने में महिला से पूछताछ की गई तब जाकर स्पष्ट हुआ कि वो बच्चे की मां है। अंजान जगह होने के कारण महिला को देर रात तक कोतवाली परिसर में ही बैठना पड़ा।