30 हजार बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य
सीएमओ डॉक्टर विनीत शुक्ला ने बताया कि ये अभियान शहरी क्षेत्र के सात नगरीय परिवार कल्याण केंद्र और आठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिथरी चैनपुर, क्यारा, मझगंवा, नवाबगंज, फरीदपुर, बहेड़ी, शेरगढ़ और आंवला में आयोजित होगा। अभियान के तहत जिले के 373 मोहल्लों में 715 टीकाकरण सत्र लगाकर 0 से 2 साल के 29539 बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। अभियान में अन्य विभागों के सहयोग और समन्वय के लिए बैठक भी की जा चुकी है।
जागरूकता की कमी से पिछड़े क्षेत्र
डीआईओ डॉक्टर दीपा सिंह ने बताया कि जागरूकता की कमी के चलते तमाम महिलाएं अपने बच्चों को टीका नहीं लगवा पाती हैं। शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में एएनएम और आशा का अच्छा नेटवर्क है, जबकि शहरी क्षेत्रों में एएनएम की कमी है। जिसके कारण शहरी इलाकों में कम टीकाकरण हो पाया है। अधिक से अधिक टीकाकरण के लिए सत्र लगने से पहले क्षेत्र में माता बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही सभी केंद्रों पर स्कूलों, बीएमसी और सीएमसी के सहयोग से क्षेत्र में रैलियों का आयोजन किया जाएगा। जिससे कि जनता अधिक से अधिक जागरूक होकर सत्र में अपने बच्चों का टीकाकरण कराए।
इन बीमारी से बचाता है मिशन इंद्रधनुष
मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों को नौ बीमारियों से बचाव के टीके लगाए जाते हैं। जिसमे तपेदिक, पोलियो, गलघोंटू, काली खांसी, निमोनिया, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी, खसरा और जेई का टीका लगाया जाता है।