बृजेश के पिता मजदूर संजयनगर के रहने वाले बृजेश के पिता ओमप्रकाश मजदूरी कर अपने परिवार को चलाते है। आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने अपने बेटे बृजेश शर्मा का दाखिला राजकीय इंटर कॉलेज में कराया है। बृजेश ने हैंडबॉल की नेशनल प्रतियोगिता के लिए उत्तर प्रदेश की अंडर-19 टीम में जगह बनाई है। यह प्रतियोगिता दो से छह जनवरी तक मध्य प्रदेश में आयोजित होगी। बृजेश कहते है उन्होंने अपने पिता से ही हालात से जूझना सीखा है। जीआईसी में भले ही बेहतर संसाधन न हो लेकिन बृजेश ने मैदान पर जमकर पसीना बहाया और नेशनल के लिए यूपी की टीम में जगह पक्की की।
इण्डिया की टीम से खेलने का सपना करगैना के रहने वाले आसिफ के पिता सलीम रिक्शा चलाते है। आसिफ जीआईसी में दसवीं का छात्र है। आर्थिक तंगी के कारण आसिफ के पिता ने उसका दाखिला जीआईसी में कराया था। यहाँ पर आसिफ ने अपनी मेहनत के दम पर माध्यमिक कॉलेजों की प्रदेश स्तरीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया जिसकों देखते हुए उन्हें नेशनल के लिए उत्तर प्रदेश की अंडर -17 टीम में स्थान मिला हैं। आसिफ 12 से 16 जनवरी तक तेलंगाना में होने वाली प्रतियोगिता के लिए उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना है। आसिफ का सपना है कि एक दिन वो भारत की तरफ से खेले।