किसान है परेशान ज्ञापन देने से पहले जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव ने कहा कि आज किसान अपने बच्चों के स्कूल की फीस भी नहीं दे पा रहे हैं किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हो पा रहा है जिस कारण उनको अपने बच्चों की शादियों को भी टालना पड़ रहा है किसान आत्महत्या करने को मजबूर है शासन-प्रशासन हवाई जुमलेबाजी में व्यस्त हैं जहां एक और बिचौलियों की चांदी आई हुई है तो वहीं गन्ना मिल मालिक किसानों के पैसों पर मस्ती कर रहे हैं। किसान अपनी फसलें सड़कों पर फेंकने को मजबूर हैं, किसानों से झूठे वायदे कर प्रधानमंत्री जी सब भूल गये, जहां एक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चुनाव से पहले घोषणा की थी कि गन्ना किसानों का भुगतान गन्ना डालने के चौदहवें दिन हो जाएगा परन्तु गन्ना किसान छह महीने से लाइन लगाकर खड़ा हुआ है।
सबके साथ हुआ धोखा महानगर अध्यक्ष क़दीर अहंमद ने कहा कि ये सरकार जवान, किसान, महिलाओं, अल्पसंख्यकों सभी के साथ जुमलेबाजी कर धोखा देने का काम कर रही है, ज़िला महासचिव प्रमोद बिष्ट ने कहा कि किसान आज परेशान है और वो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहा है।
ये रहे मौजूद इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला अधिवक्ता सभा के अध्यक्ष प्रमोद यादव एडवोकेट जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र यादव जिला उपाध्यक्ष तेजप्रकाश गंगवार, अगम मौर्या, सैयद आबिद अली,ज़िला प्रवक्ता हैदर अली, वैभव गंगावार, सुनील यादव, मोहित भारद्वाज ,गुरुप्रसाद काले, शमीम अहमद सभासद हेमंत यादव, अफरोज अंसारी, शिवचरण कश्यप लक्ष्मण प्रसाद लोधी,मोंटी शुक्ला, सुजीत भारती और गौरव मिश्रा मौजूद रहे।