विभाग में ही कि हरकत
सिक्योरिटी गार्ड कई दिनों से छात्रा का पीछा कर रहा था। शुक्रवार को जब एमएससी प्रथम वर्ष की छात्रा अपने विभाग पहुंची तो पहले से तैनात गार्ड ने छात्रा का रास्ता रोक लिया और उससे मोबाइल नम्बर देने की जिद करने लगा। इस पर पहले तो छात्रा ने गार्ड को फटकार लगाई और फफक फफक कर रोने लगी, जिसके बाद गार्ड मौके से चला गया और सुरक्षा कार्यालय में जाकर बीमारी का बहाना बनाकर घर चला गया।
सिक्योरिटी गार्ड कई दिनों से छात्रा का पीछा कर रहा था। शुक्रवार को जब एमएससी प्रथम वर्ष की छात्रा अपने विभाग पहुंची तो पहले से तैनात गार्ड ने छात्रा का रास्ता रोक लिया और उससे मोबाइल नम्बर देने की जिद करने लगा। इस पर पहले तो छात्रा ने गार्ड को फटकार लगाई और फफक फफक कर रोने लगी, जिसके बाद गार्ड मौके से चला गया और सुरक्षा कार्यालय में जाकर बीमारी का बहाना बनाकर घर चला गया।
छात्रों ने किया हंगामा
वहीं जब इस घटना की जानकारी छात्रों को हुई तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और विभागाध्यक्ष को लिखित शिकायत सौंप कर गार्ड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।छात्रों का आरोप है कि ये गार्ड पहले भी छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दे चुका है इस लिए गार्ड को यूनिवर्सिटी से हटा देना चाहिए। मामला बढ़ता देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गार्ड को निष्कासित कर दिया।
वहीं जब इस घटना की जानकारी छात्रों को हुई तो उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया और विभागाध्यक्ष को लिखित शिकायत सौंप कर गार्ड के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।छात्रों का आरोप है कि ये गार्ड पहले भी छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दे चुका है इस लिए गार्ड को यूनिवर्सिटी से हटा देना चाहिए। मामला बढ़ता देख यूनिवर्सिटी प्रशासन ने गार्ड को निष्कासित कर दिया।
पहले भी हुई घटनाएं
यूनिवर्सिटी में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की ये कोई पहली घटना नहीं है बल्कि इसके पहले भी छात्राएं छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं। एलएलएम की छात्रा को सेंट्रल लाइब्रेरी में उसके ही सहपाठी ने अकेला पाकर दबोच लिया था, ये मामला शांत भी नहीं हुआ था कि होटल मैनेजमेंट की एक गेस्ट फेकल्टी ने प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। जिसके बाद शरारती छात्रों ने यूनिवर्सिटी की दीवारों पर अश्लील कमेंट लिख दिए थे जिससे छात्राओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था और अब एक बार फिर छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है।
यूनिवर्सिटी में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की ये कोई पहली घटना नहीं है बल्कि इसके पहले भी छात्राएं छेड़छाड़ का शिकार हो चुकी हैं। एलएलएम की छात्रा को सेंट्रल लाइब्रेरी में उसके ही सहपाठी ने अकेला पाकर दबोच लिया था, ये मामला शांत भी नहीं हुआ था कि होटल मैनेजमेंट की एक गेस्ट फेकल्टी ने प्रोफेसर पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। जिसके बाद शरारती छात्रों ने यूनिवर्सिटी की दीवारों पर अश्लील कमेंट लिख दिए थे जिससे छात्राओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था और अब एक बार फिर छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है।
करोड़ खर्च फिर भी घटनाएं
रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के नाम पर एक करोड़ रुपये खर्च होते है, बावजूद इसके यूनिवर्सिटी में आए दिन सुरक्षा में चूक सामने आती है। कभी छात्रों में मारपीट तो कभी छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आती हैं।
रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के नाम पर एक करोड़ रुपये खर्च होते है, बावजूद इसके यूनिवर्सिटी में आए दिन सुरक्षा में चूक सामने आती है। कभी छात्रों में मारपीट तो कभी छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आती हैं।