एसआरएमएस में बोले बीएचयू के वरिष्ठ फिजीशियन, बगैर डॉक्टर परामर्श के चॉकलेट की तरह न खाएं टेबलेट
बरेलीPublished: Oct 29, 2023 06:26:49 pm
बरेली। बुखार में आप कैमिस्ट की दुकान से पैरासेटामाल लेकर खाते हैं तो वह कैमिकल है। जब डॉक्टर देता है तो वो दवाई है। बीमारी को दवाई ठीक करती है कैमिकल नहीं। बीमार होने पर कैमिस्ट से ली गई टेबलेट्स ज्यादातर बीमारी को गंभीर बनाती हैं। यह बात बीएचयू के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. केके गुप्ता ने एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया (एपीआई) की 40वीं कांफ्रेंस यूपी एपीआईसीओएन में कही। 20 से ज्यादा साइंटिफिक सेशन के साथ रविवार को श्रीराममूर्ति स्मारक कालेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में इसका समापन हुआ।


एक दर्जन से ज्यादा विशेषज्ञों ने अपने विषयों का वर्णन किया श्रीराममूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में एसोसिएशन ऑफ फिजीशियन ऑफ इंडिया (एपीआई) की ओर से आयोजित दो दिवसीय 40वीं कांफ्रेंस यूपी एपीआईसीओएन में इंडोक्राइनोलजी, डायबिटीज, न्यूरोलाजी, नेफ्रोलाजी, कार्डियोलाजी, गैस्ट्रोइंटेरोलाजी, जीरियाट्रिक्स, रियूमेटोलाजी, रेस्पिरेटरी जैसी ब्रांचों पर 20 से ज्यादा साइंटिफिक सेशन हुए। रविवार को डॉ. सुदीप सरन (बरेली), डॉ. मधुकर राय (वाराणसी), डॉ. केके सोनी (नोएडा), डॉ. एलएच घोटेकर (नई दिल्ली), डॉ.अभिषेक कुमार (पटना), डॉ. प्रदीप मौर्या (लखनऊ), डॉ. रुचिका टंडन (लखनऊ), डॉ. अमित गुप्ता (लखनऊ), डॉ. एनपी सिंह (दिल्ली), डॉ.धर्मेंद्र भदौरिया (लखनऊ), डॉ. श्याम सुंदर (वाराणसी), डॉ. केके गुप्ता (वाराणसी), डॉ. जया चक्रवर्ती (वाराणसी), डॉ. श्रुति शर्मा (एसआरएमएस), डॉ. राजीव टंडन (एसआरएमएस), डॉ. संजय कुमार (एसआरएमएस), डॉ. एमपी रावत (एसआरएमएस), डॉ. अमरेश कुमार (एसआरएमएस), डॉ. आशीष अग्रवाल (एसआरएमएस) सहित एक दर्जन से ज्यादा विशेषज्ञों ने अपने विषयों पर व्याख्यान दिया।