काफी दूर हुई थी तैनाती भोजीपुरा के अटापट्टी जनूबी गाँव के रहने वाले महिपाल अखिलेश सरकार में शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बने थे और उनकी तैनाती बहेड़ी तहसील के भूला भकावा गाँव में हुई थी। मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई का स्कूल उनके घर से करीब 60 किलोमीटर दूर था जिसके कारण उन्होंने बहेड़ी में ही किराए पर कमरा ले रखा था लेकिन समायोजन रद्द होने के बाद वो अपने गाँव में रहने लगा। अब रोजाना बाइक से स्कूल जाने में काफी खर्च होता था जिससे वो काफी परेशान रहने लगा था। इसी के चलते उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
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निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ होने जा रहा बड़ा आंदोलन, अभिभावकों ने दिखाया ट्रेलर प्रशासन से करेंगे मुआवजे की मांग शिक्षा मित्र द्वारा ख़ुदकुशी करने की खबर पर शिक्षा मित्रों में शोक की लहर डूब गई। शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष ने डॉ0 केपी सिंह ने बताया कि मृतक महिपाल ने टेट परीक्षा भी पास कर ली थी। नौकरी न मिलने के कारण महिपाल परेशान था जिसके कारण उसने ख़ुदकुशी कर ली। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा मित्र संघ महिपाल के साथ है और वो सोमवार को प्रशासन से मिलकर मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग करेंगे।