एक सीट है सपा के खाते में 2014 में प्रचंड मोदी लहर का असर बरेली मंडल की लोकसभा सीटों पर भी देखने को मिला था। भाजपा ने यहाँ पर पांच लोकसभा सीट में से चार पर अपना कब्जा जमाया था जबकि बदायूं की सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी। बदायूं से अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव लगातार दूसरी बार सांसद चुने गए थे। जबकि बरेली से संतोष गंगवार, पीलीभीत से मेनका गांधी, शाजहांपुर से कृष्णा राज और आंवला लोकसभा सीट पर धर्मेंद्र कश्यप चुनाव जीते थे। बरेली में सपा की आयशा इस्लाम, आंवला में सपा के कुंवर सर्वराज सिंह, पीलीभीत से सपा के बुद्धसेन वर्मा और शाजहांपुर लोकसभा सीट पर बसपा के उम्मेद सिंह दूसरे स्थान पर रहे थे।
ये हो सकते है प्रत्याशी अगर सब कुछ ठीक रहा तो गठबंधन के तहत सपा चार सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगी। बदायूं से सांसद धर्मेंद्र यादव का लड़ना तय माना जा रहा है। पूर्व मंत्री भगवतशरण गंगवार भी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं उन्हें पार्टी पीलीभीत या बरेली लोकसभा से चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसके अलावा आंवला लोकसभा सीट पर कुंवर सर्वराज सिंह या बदायूं के पूर्व विधायक आबिद रजा चुनाव लड़ सकते है। इसी तरह से बरेली लोकसभा सीट के लिए पूर्व मेयर डॉक्टर आईएस तोमर, इस्लाम साबिर और आंवला से अगम मौर्य भी दावा कर सकते है।