तीज क्वीन का हुआ चुनाव कार्यक्रम में खास आकृषर्ण का केन्द्र कजरी गीत एवं नृत्य,तीज पर आधारित खेल,घूमर नृत्य आकषर्ण का केन्द्र रहा। सावन के मल्हार गीत एवं नृत्य, कठपुतली और पंजाबी नृत्य ने खासी तालियां बटोरी। कार्यक्रम में हरियाली तीज क्वीन 2018 प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। संगीता सक्सेना को हरियाली तीज क्वीन के ताज से नवाजा गया जबकि बीना झा को दूसरा और अंजलि खेतान को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। क्लब की अध्यक्षा साधना गौतम ने विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली महिलाओं को उपहार भेंट किये।
तीज का महत्त्व बताया कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला क्लब की अध्यक्षा साधना गौतम ने द्वीप प्रज्जवलित कर तीज कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर साधना गौतम ने अपने सम्बोधन में सावन की तीज के पौराणिक महत्व को भी बताया। उन्होंने बताया कि धार्मिक कथा प्रचलित है जिसके अनुसार माता पार्वती भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए इस व्रत का पालन करती हैं और उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें भगवान शिव वरदान स्वरुप प्राप्त होते है। मान्यता है कि श्रावण शुक्ल तृतीया के दिन देवी पार्वती ने सौ वर्षों की तपस्या साधना पश्चात भगवान शिव को पाया था इसी मान्यता के अनुसार स्त्रियां माँ पार्वती का पूजन करती हैं।
ये रही मौजूद इस अवसर पर महिला क्लब की अध्यक्षा साधना गौतम, उपाध्यक्ष बीना झा, सीमा पुरी, प्रीति मिश्रा, मुदिता गर्ग, नीना गुप्ता, सचिव अंजू महेन्द्रू, संयुक्त सचिव शेफाली सक्सेना, कोषाध्यक्ष हीमा अग्रवाल समेत इफको परिवार की महिलाओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।