इस बार अभियान का दायरा कोतवाली से इज्जतनगर थाना सीमा तक रहा। सड़क, फुटपाथ पर अस्थाई कब्जे हटाने को लेकर जमकर विरोध, नोकझोंक हुई। कई स्थानों पर सामान जब्त किए जाने पर हंगामा तक हो गया। अतिक्रमण प्रभारी, दस्ता टीम और अतिक्रमणकारियों के बीच खूब कहासुनी तक हुई। भीड़ जुट गई लेकिन प्रवर्तन दल ने लाठियां फटकार भीड़ को वहां से खदेड़ दिया। अतिक्रमण हटाने के बाद सड़क, फुटपाथ एकदम साफ नजर आए, टीम के जाते ही सड़क, फुटपाथ पर फिर कब्जे हो गए। नगर निगम अब जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है।
अतिक्रमण प्रभारी ललतेश कुमार सक्सेना के नेतृत्व में टीम सबसे पहले चौपला पुल के नीचे पहुंची और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। इसके बाद नॉवलेल्टी चौक से कोतवाली होते हुए महादेव सेतु के नीचे पहुंची। इंदिरा मार्केट, जिला अस्पताल रोड समेत मिनी बाईपास, डेलापीर, ईट पजाय चौराहा, सिविल लाइंस तक अतिक्रमण अभियान चलाया। यहां अतिक्रमण का सामान जब्त करने को लेकर जमकर विरोध हुआ। नोकझोंक के बाद टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पूरी की। इसके बाद कुतुबखाना होते हुए टीम कोहाड़पीर होते हुए कुदेशिया रोड इसके बाद आदिनाथ चौक, आईवीआरआई रोड, इज्जतनगर क्षेत्र में सड़क व फुटपाथ के कब्जों को हटवाया।
नगर निगम की टीम जैसे ही आदिनाथ चौक के पास पहुंची तभी वहां सड़क किनारे मछली मीट की बिक्री कर रहे लोग टीम देख भाग खड़े हुए। इस दौरान टीम ने लगभग एक क्विंटल से अधिक मछली जब्त कर लीं। फल, सब्जी और अन्य फूड्स के ठेले वाले भी टीम को देख वहां से भागने लगे।
अतिक्रमणकारियों को सबक सिखाने के लिए नगर निगम अब जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी करेगा। कई बार चेतावनी देने के बाद भी अतिक्रमण लगातार हो रहा है। शुक्रवार को टीम ने सड़क, फुटपाथ पर लगे काउंटर व सामान को जब्त करने की कार्रवाई की है। अब जुर्माना लगाने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।
अतिक्रमण हटाने के लिए चलाया जा रहा अभियान में पुलिस की मौजूदगी का असर दिखाई दे रहा है। अतिक्रमण हटाया तो जा रहा है मगर पुलिस न होने की वजह से नगर निगम की टीम बेबस नजर आई। जहां अभियान चला उस जगहों पर फिर अतिक्रमण न हो इसके लिए पुलिस को हेंडओवर मौके पर ही किया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस वजह से दुकानदार दस्ते के जाते ही अतिक्रमण दोबारा कर लेते हैं। निधि गुप्ता वत्स, नगरायुक्त ने बताया कि अतिक्रमण अभियान को सख्ती से चलाया जा रहा है। टीम को दिशा निर्देश दिए गए हैं। किसी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।