मेरा हक देगा साथ पीड़ित महिला को राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सामने पेश कराने वाली फरहत नकवी का कहना है कि पीड़ित पर केस न करने का दबाव बनाया जा रहा है और उसे धमकियां मिल रही हैं। मेरा हक़ फ़ाउँडेशन की अध्यक्ष फ़रहत नकवी का कहना है कि पीड़ित महिला को मेरा हक़ फ़ाउँडेशन से जितनी उम्मीदें हैं उसपे हम पूरी तरह से महिला का साथ देंगे और आरोपियों की इन धमकियों से हम नही डरेंगे। ये लड़ाई हम आख़री साँस तक लड़ेंगे और आरोपियों को सख़्त से सख़्त सज़ा दिला के दम लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ित को अभी तक कमज़ोर समझ कर उस पर जुल्म हो रहे थे लेकिन अब मेरा हक़ फ़ाउँडेशन उसके साथ खड़ा है और पीड़ित को इन्साफ दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
ये भी पढ़ें निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ होने जा रहा बड़ा आंदोलन, अभिभावकों ने दिखाया ट्रेलर क्या था मामला मुरादाबाद की रहने वाली युवती का निकाह सम्भल के युवक से 2015 में हुआ था। निकाह के बाद से ही ससुराल में उसे दहेज में कार लाने के लिए परेशान किया जाने लगा और निकाह के तीन माह बाद ही 24 दिसंबर 2015 को महिला के शौहर ने उसे तलाक दे दिया। महिला ने अदालत में मुकदमा किया तो शौहर समझौते के लिए दबाव डालने लगा। समझौते के बाद महिला एक बार फिर ससुराल में रहने लगी। जब ससुराल वालों ने मुफ्तियों से राय ली तो हलाला करने की बात सामने आई और पीड़ित महिला का जबरन ससुर के साथ हलाला कराया गया। ससुर से हलाल होने के बाद जब महिला इद्दत का समय गुजार रही थी तो महिला के साथ उसके पति ने बलात्कार किया जिससे महिला गर्भवती हो गई तो उसका जबरन गर्भपात कराने की कोशिश की गई। किसी तरह से महिला बच कर अपने मायके आई और एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद उसका पति अपनाने को तैयार नहीं है।
ये भी पढ़ें मीठी बनी चाय तो शौहर बोला तलाक-तलाक-तलाक
अल्पसंख्यक आयोग में हुई शिकायत पीड़ित महिला ने फरहत नकवी से मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद फरहत पीड़ित को लेकर राज्य अल्पसंख्यक आयोग गई जहाँ पर पीड़ित महिला ने रो रो कर उस पर हुए जुल्म की कहानी सुनाई। महिला की शिकायत पर अल्पसंख्यक आयोग ने मुरादाबाद के डीएम को आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे।
अल्पसंख्यक आयोग में हुई शिकायत पीड़ित महिला ने फरहत नकवी से मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद फरहत पीड़ित को लेकर राज्य अल्पसंख्यक आयोग गई जहाँ पर पीड़ित महिला ने रो रो कर उस पर हुए जुल्म की कहानी सुनाई। महिला की शिकायत पर अल्पसंख्यक आयोग ने मुरादाबाद के डीएम को आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे।