प्यास बुझी तो भूल गए पारंपरिक जलस्रोत, जोधपुर में अब बदहाल हो रही जल संस्कृति उनका कहना है कि फ लस्वरूप हमारे प्राचीन जलस्रोत अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके विपरीत गांवों में जल संरक्षण के प्रति लोगों की समझ पहले की अपेक्षा बढ़ी है। जल भागीरथी फ ाउंडेशन इसी पर कार्य कर रही है ताकि पारंपरिक जलस्रोतों का वैभव फिर लौटा सकें। जनता को भी अपने प्राचीन जलस्रोतों का संरक्षण करने में न केवल रुचि लेना चाहिए, बल्कि इस काम में सहयोग भी करना चाहिए।