पिछले वर्ष तीन अक्टूबर को दोनों सिपाहियों ने चौपुला पर बवाल किया था। इन्होंने मोटर मैकेनिक ताहिर से शराब के लिए पैसों मांग की। ताहिर को भी पीटा गया। शिकायत पर कोतवाली में दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। कोतवाली पुलिस ने मेडिकल कराया तो दोनों सिपाहियों के शराब पीने की पुष्टि हुई। इससे पहले 1 जून को दोनों ने घुड़सवार पुलिस के सिपाही से शराब पीने के लिए रुपये मांगे थे। सिपाही के मना करने पर उसका सिर फोड़ दिया था। इसमें दोनों को निलंबित कर दिया गया था।
दोनों पर पहले भी कई जिलों में इसी तरह बवाल के मुकदमे दर्ज हैं। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि विभागीय जांच में दोनों सिपाही दोषी पाए गए। पुलिस जैसे अनुशासित विभाग में इनके कारनामे से आम जनमानस में खाकी की छवि धूमिल हुई है। दोनों ही सिपाही सेवा करने लायक नहीं पाए गए। इसलिए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।