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Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू

locationबरेलीPublished: Oct 04, 2019 04:10:06 pm

Submitted by:

jitendra verma

Urs E Razavi बरेली में 23 से 25 अक्टूबर तक मनाया जाएगा।
उर्स ए रज़वी को लेकर दरगाह पर तैयारियों का सिलसिला शुरू हो चुका है।
इस बार उर्स में शिरकत करने विदेशों से भी बड़ी तादात में उलेमा व अकीदतमंद बरेली आ रहे हैं
 
 

Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू

Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू

बरेली। आला हजरत (Ala Hazrat) का 101वां उर्स ए रज़वी (Urs E Razavi) बरेली में 23 से 25 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। तीन दिन तक चलने वाले उर्स ए रज़वी (Urs E Razavi) को लेकर दरगाह (Dargah Ala Hazrat) पर तैयारियों का सिलसिला शुरू हो चुका है। उर्स में शामिल होने के लिए लाखों की तादात में जायरीन देश के कोने कोने से बरेली पहुंचते हैं। वहीँ विदेशी मुल्कों से भी बड़ी तादात में आला हजरत के मुरीद उर्स में शामिल होने आते हैं। विदेश से आने वाले उलेमा और अकीदतमंद के रुकने और खाने की व्यवस्था दरगाह की तरफ से की जाएगा।
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Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू
इन देशों से आएँगे मुरीद
उर्स की तैयारियों को लेकर दरगाह परिसर में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की सरपरस्ती करते हुए दरगाह प्रमुख सुब्हान रज़ा खान “सुब्हानी मियां ” ने कहा कि इस बार उर्स में शिरकत करने विदेशों से भी बड़ी तादात में उलेमा व अकीदतमंद बरेली आ रहे हैं जिसमे मुख्य रूप से मॉरीशस, इंग्लैंड, दुबई, साउथ अफ्रीका, अमेरिका,श्री लंका, बांग्लादेश, टर्की, मिस्र आदि देशो के लोग बरेली पहुंचेंगे। इनके ठहरने खाने की व्यवस्था दरगाह की ओर से की जाएगी।
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Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू
सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं

दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि बाद नमाज़ मगरिब बैठक का आगाज़ तिलावत ए क़ुरान से हाजी गुलाम सुब्हानी ने किया।सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) ने कहा की उर्स की तैयारियां बड़े पैमाने पर शुरू कर दी गयी है, बाहर से आने वाले सभी हमारे मेहमान है और इनकी देखभाल में किसी तरह की कोई कोतीही न बरती जाये। अभी से सभी वालंटियर अपने अपने कामों में जुट जाएं। इस मौके पर मुफ़्ती आकिल रज़वी व मुफ़्ती बशीर उल क़ादरी ने सभी से आला हज़रत के इल्म को आम करने को कहा। बैठक का संचालन करते हुए हाजी जावेद खां ने कहा उर्स के मौके पर जिसको जो ज़िम्मेदारी दी जाये वो उसे बखूबी निभाए l इसके अलावा सय्यद मुदस्सिर अली, इशरत नूरी, ,नावेद रज़ा, हसीन खान, यूनुस गद्दी, कामरान खान आदि ने भी अपने विचार रखें।
Urs E Razavi: विदेशी उलेमा और जायरीन होंगे दरगाह के ख़ास मेहमान, तैयारियां शुरू
परचम कुशाई से होगा उर्स का आगाज
23 अक्टूबर को बाद नमाज़ ए फज़्र रज़ा मस्जिद में क़ुरान ख्वानी होगी। दिन में आज़म नगर स्थित अल्लाह बख्श के निवास व ठिरिया निजावत खां से परचमी जुलूस सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां की कयादत में दरगाह आला हज़रत पहुँचेगा। यहाँ से दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां की कयादत में जुलूस उर्सगाह इस्लामिया ग्राउंड आएगा। यहाँ सुब्हानी मियाँ परचम कुशाई की रस्म से उर्स का आगाज़ करेंगे। रात में तरही नातिया मुशायरा होगा जो रात भर चलेगा।
कुल शरीफ की रस्म के साथ होगा समापन
24 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर रेहान-ए- मिल्लत हज़रत रहमानी मियां साहब के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। दिन में विभिन्य कार्यकर्म चलते रहेंगे। रात 9 बजे तक़रीरी प्रोग्राम शुरू होगा। देर रात 1.40 मिनट पर मुफ़्ती ए आज़म के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी।25 अक्टूबर की सुबह से ही दुनिया भर के मशहूर उलेमा की तक़रीर होगी। दोपहर 2.38 मिनट पर आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी इसी के साथ उर्स का समापन हो जायेगा।
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