2:38 पर हुआ कुल बुद्धवार को उर्स ए रज़वी की सबसे बड़ी रस्म आला हजरत का कुल दोपहर दो बजकर 28 मिनट पर हुआ। जिसमें दरगाह से लेकर इस्लामिया मैदान और मथुरापुर इस्लामिक स्टडी सेंटर तक अकीदतमंदों का जन सैलाब नजर आया। इस्लामिया मैदान कुल की रस्म दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां की सरपरस्ती और सज्जादानशीन अहसन मियां की अध्यक्षता में हुई। वहीं इस्लामिक स्टडी सेंटर में कुल शरीफ की रस्म ताजुशरिया अजहरी मियां की सरपरस्ती में हुई। कुल के बाद मुल्क, कौम और विश्व शांति के लिए विशेष दुआ हुई।
मंच से हुआ किताबों का विमोचन उर्स के मंच से बहुत सी किताबों का विमोचन दरगाह प्रमुख सुब्हानी मियां ने किया।जिनमे नबीरे आला हजरत मोहम्मद अर्स लान रज़ा खां कादरी की किताब अलवरदा और मुफ़्ती मोहम्मद हनीफ खान द्वारा मल्टी कलर में प्रकाशित की गई आला हजरत की 244 किताबों का भी विमोचन हुआ।
दुनिया भर में मनाया गया उर्स ए रज़वी आला हजरत का 99वां उर्स न सिर्फ बरेली की सरजमी बल्कि दुनिया भर के कई देशों में धूमधाम से मनाया गया। कई देशों में उर्स का लाइव आडियो प्रसारण भी किया गया। जो लोग किसी कारण से बरेली नही पहुँच पाए थे उनके लिए लाइव आडियो प्रसारण की सुविधा की गई थी।
मिले पुरुष्कार उर्स ए रज़वी के अवसर पर जामिया रजविया मंजरे इस्लाम के प्रधानाचार्य मुफ़्ती मोहम्मद अकील के 25 साल के कामयाब शैक्षिक सफर पूरा करने पर दरगाह प्रमुख के हाथों टीटीएस की तरफ से फख्र ए तदरीस अवार्ड से सम्मानित किया गया इसके साथ ही मुफ़्ती सलीम नूरी को एमए(फारसी ) में रुहेलखण्ड विश्विद्यालय टॉप करने पर उन्हें शील्ड देकर सम्मानित किया गया।