विरोधी है ये सरकार इस मामले में खजुरिया गांव के लोगों का कहना है कि योगी सरकार हिन्दू विरोधी है। जिस वजह से उन्हें बार-बार हार का सामना करना पड़ रहा है। गांव के प्रदीप कुमार ने कहा कि उमरिया गांव में सरकारी सड़क है। अगर सभी जगह यही हालात पैदा हो गए तो कछला से बरेली तक कई गांंव पड़ते हैं। लोग उन्हें कांवड़ लेकर निकलने ही नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में कांवड़ रोकने से वह आहत हैं. उन्होंने कहा कि अब वह चोटी कटवाकर धर्मांतरण करेंगे और मुस्लिम धर्म कबूल करेंगे।
क्या है मामला बिथरी चैनपुर के खजुरिया ब्रह्मान गांव के लोगों को कांवड़ लेकर जाना था उनको मुस्लिम बाहुल्य उमरिया गांव से गुजरना था लेकिन उमरिया के लोगों ने इस कांवड़ यात्रा का विरोध कर दिया जिसके कारण सावन के अंतिम सोमवार पर खजुरिया गांव के लोग कांवड़ यात्रा नहीं निकाल पाए। सावन के सोमवार के बाद एक बार फिर उमरिया से कांवड़ यात्रा निकालने की कोशिश की गई लेकिन इसकी सूचना पर उमरिया गांव में मस्जिद से एलान कर दिया गया जिसके बाद गांव के तमाम लोग हथियार लेकर सड़कों पर आ गए। वहीं हिंदूवादी संगठन भी खजुरिया गांव पहुंच गए। हालात देखते हुए एक बार फिर प्रशासन ने कांवड़ यात्रा नहीं निकलने दी जिसके चलते खजुरिया के ग्रामीण नाराज हो गए।
भाजपा विधायक को किया था नजरबंद खजुरिया से कांवड़ यात्रा निकालने को लेकर भाजपा के बिथरी चैनपुर के विधायक राजेश मिश्रा ने खूब कोशिश की लेकिन प्रशासन के आगे उनकी एक न चली और उन्हें उनके कार्यालय में नजरबंद कर दिया गया था। विधायक के नजरबंद होने के बाद कांवड़िए भी बैकफुट पर आ गए थे लेकिन बाद में उन्होंने प्रशासन की मनमानी से नाराज होकर धर्म परिवर्तन की चेतावनी दे डाली।
जब सब हो गया तब प्रशासन ने दिखाए तेवर क्षेत्र में कांवड़ यात्रा को लेकर माहौल खराब होता रहा और पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बैठा रहा जिसका नतीजा ये हुआ कि उमरिया गांव में कांवड़ यात्रा रोकने के लिए तमाम लोग हथियार लेकर सड़कों पर आ गए। इसकी सूचना जब दूसरे पक्ष को मिली तो वो भी नकटिया चौकी के पास नेशनल हाइवे पर एकत्र हो गए। माहौल खराब होता देख पुलिस ने लाठी फटकार कर सबको खदेड़ा। पुलिस ने इस मामले में कैंट और बिथरी चैनपुर थाने में 900 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
कांवड़ यात्रा निकलने पर हिंदूवादी संगठन भी नाराज
कांवड़ यात्रा न निकलने पर हिंदूवादी संगठन भी प्रशासन से नाराज है। हिंदूवादी संगठन कांवड़ यात्रा निकालने के लिए गांव में एकत्र हुए थे लेकिन दूसरे पक्ष के विरोध के कारण जिला प्रशासन बैकफुट पर चला गया जिसके कारण हिंदूवादी संगठन भी नाराज हो गए और ग्रामीणों ने इस्लाम धर्म ग्रहण करने की चेतावनी दे डाली।