नगर निगम के 21 पार्षद ऐसे हैं जो हर परस्थिति में जीत दर्ज करते हैं उनमें से मौलानगर वार्ड से चुनाव लड़े भाजपा के पार्षद विकास शर्मा भी शामिल हैं। विकास शर्मा 2000 से लगातार चुनाव जीतते चले आ रहे हैं। नेकपुर की चित्रा मिश्रा, कटरा चांद खान के छंगालाल मौर्य, आजमनगर से आरिफ कुरैशी लगातार जीते हैं। इस बार महिला सीट होने पर आरिफ की पत्नी महलका कुरैशी पार्षद बनी हैं। इसी तरह से भूड़ से शालिनी जौहरी, गुलाबनगर से विपुल लाला भी लगातार चुनाव जीत रहे हैं।
परतापुर चौधरी से निर्दलीय चुनाव लड़े उवेश ने भी ये साबित किया कि वो बगैर किसी पार्टी के भी जीतने का माद्दा रखते हैं। उवेश का टिकट इस बार सपा ने काट दिया था। इसके साथ ही शाहबाद से सपा प्रत्याशी अब्दुल कय्यूम मुन्ना भी कड़े विरोध के बाद एक बार फिर पार्षद बने। जनकपुरी के आरेन्द्र अरोड़ा ने तो सबसे ज्यादा मतों से जीत दर्ज की। इसके अलावा ब्रह्मपुरा के वीरेंद्र कुमार, फरीदापुर चौधरी के अकील गुड्डू, स्वालेनगर से अलीम खान , शास्त्री नगर से गौरव सक्सेना निर्दलीय चुनाव लड़ कर पार्षद बने। क़ानून गोयान ने कपिल कान्त, साहूकारा से राजेंद्र कुमार मिश्रा और रामपुर बाग़ से राजेश अग्रवाल ऐसे पार्षद हैं जो हर परस्थिति में जीत दर्ज करते हैं।