दरअसल, पीड़ित महिला एजाजनगर गौटिया की रहने वाली उजमा अंसारी है। उजमा ने बताया कि पिछले साल ही जनवरी में उसका निकाह एजाजनगर गौटिया के रहने वाले तस्लीम अंसारी के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही वह पति के साथ किराए के मकान में रह रही थी। उसने बताया कि मतदान से पहले 12 फरवरी को उनके घर पति के मामा तैयब आए थे। उस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के पक्ष में मतदान करने को कहा था।
पीड़िता ने बताया कि 14 फरवरी को उसने भी अन्य लोगों की तरह अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जब वह वोट डालकर घर पहुंची तो उसी बीच देवर आरिफ और मामा तैयब भी आ पहुंचे। उन्होंने पूछा कि उजमा तुमने किसे वोट दिया है। इस पर उसने कहा कि वह तो तीन तलाक कानून बनाने और गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली भारतीय जनता पार्टी को वोट देकर आई है। यह सुनते ही दोनों गुस्सा गए और पति को बुलाकर उसे तीन तलाक की धमकी दिलाई गई।
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मंत्री पद की शपथ लेने वालों के लिए बंगले-गाड़ियां तैयार, सभी 403 विधायकों को अलॉट हुए आवास भाजपा के चुनाव जीतते ही निकाल दिया घर से पीड़िता ने बताया कि 10 मार्च चुनाव के नतीजे आए और भाजपा की सरकार बननी तय हुए तो उसके अगले दिन 11 मार्च को उसे घर से निकाल दिया गया। इतना ही नहीं आरोपियों ने यह भी धमकी दी कि अगर तुमने पुलिस को इत्तला की तो तलाक के साथ ही तुम्हारे भाई को मार दिया जाएगा। फिलहाल पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।