आठ दिसम्बर को किया सरेंडर इज्जतनगर रोड नम्बर सात सिद्धार्थनगर कॉलोनी की रहने वाली 46 वर्षीय सरोज का बेटा अमित रेलवे में नौकरी करता है।अमित की एक लड़की से जान पहचान थी और वो अमित से खुद को पत्नी बनाने का दबाव बनाती थी इतना ही नहीं वो अमित की सर्विस बुक में भी अपना नाम लिखवाना चाहती थी। जब अमित के परिवार ने इसके लिए मना किया तो वो अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क कर उनके घर पहुंच गई और जान देने की धमकी दी और पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में सरोज, अमित, सुमित और एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस मुकदमे में सरोज ने आठ दिसम्बर को कोर्ट में सरेंडर किया था। तब से सरोज जेल में ही बन्द थी। इस मामले में दो लोगों की पहले ही जमानत हो चुकी थी जबकि सरोज की जमानत मंगलवार को हुई थी और उसे बुधवार को जेल से रिहा किया जाना था।
घर नहीं जा पाई सरोज सरोज को जमानत मिलने के बाद वो घर जाने की खुशी में वो काफी खुश थीं और बुधवार को उनके परिजन उन्हें जेल से लेने पहुंचे थे लेकिन जब उनके परिजन पहुंचे तो सरोज को जिला अस्पताल एम्बुलेंस से ले जाया जा रहा था। पूछने पर परिजनों को पता चला कि सरोज को अटैक पड़ा है जिस पर घर वाले भी जिला अस्पताल आए लेकिन जिला अस्पताल में सरोज को मृत घोषित कर दिया गया।
रिहाई से पहले आया अटैक जिला जेल के अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा का कहना है कि महिला की जमानत पर रिहाई होनी थी रिहाई के पहले महिला को अटैक पड़ गया जिसके कारण उसे जिला अस्पताल भेजा गया जहां उसकी मौत हो गई।