एजाजनगर गोटिया के रहने वाले शादाब ने तुलसीनगर निवासी रिटायर्ड फौजी रफीक अहमद के घर में टाइल्स लगाने का काम किया था। जिसकी 14 हजार रूपये मजदूरी हुई थी। रफीक ने शादाब को आधी ही मजदूरी दी थी बाकी रूपये नहीं दिया था। बाकी बचे रूपये लेने शादाब अपने भाई नूर मोहम्मद के साथ बुधवार रात रफीक अहमद के घर गया था लेकिन रफीक अहमद ने रूपये देने से इंकार कर दिया। जिस पर विवाद हो गया और रफीक ने अपने बेटे की मदद से दोनों भाइयों को पीट दिया और अपनी लाइसेंसी पिस्टल से नूर मोहम्मद को गोली मार दी। गोली नूर मोहम्मद के सीने में लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।