जिले में 481 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना के चलते यह तादाद बढ़ी। थोक के भाव में उच्च माध्यमिक विद्यालय तो बन गए, लेकिन इसमें संस्था प्रधान के पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। स्थिति यह है जिले में 211 पद रिक्त हैं। एेसे में लम्बे समय से प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति की मांग उठ रही थी। अब राज्य सरकार ने डीपीसी के माध्यम से प्रधानाचार्य लगाने की कवायद आरम्भ की है। प्रदेश में 1460 पदों पर यह भर्ती होगी। इसकी काउंसलिंग तीन दिन तक 20 से 22 जून तक चलेगी।
व्याख्याताओं को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी
डीपीसी के माध्यम से व्याख्याताओं को प्रधानाचार्य बनाया जा रहा है। एेसे में उनको बड़ी जिम्मेदारी मिल रही है। जिले में 47 व्याख्याता काउंसलिंग के बाद प्रधानाचार्य बनेंगे। वहीं, प्रदेश के सभी जिलों के 1460 व्याख्याताओं को यह पद मिलेगा।
काउंसलिंग के लिए बुलावा- काउंसलिंग के लिए बुलावा आया है। तीन दिन तक काउंसलिंग होगी। इसके बाद डीपीसी से पद भरे जाएंगे। प्रदेश में प्रिंसिपल के 1460 पदों को लेकर काउंसलिंग होगी। जिले के करीब पचास जने प्रिंसिपल के लिए डीपीसी में शामिल होंगे।- दीपक जोशी, व्याख्याता डीपीसी में चयनित
मिलेगा फायदा- प्रिंसिपल पद पर नियुक्ति के शिक्षण व्यवस्था में सुधार होगा। शिक्षकों पर अंकुश लगेगा तो विद्यालय प्रबंधन भी सुधरेगा।- महेश दादाणी, शिक्षक नेता