शनिवार को 111 भारतीय और 281 पाकिस्तान नागरिक भारत आए हैं। जिनके हाथ से मैन्युअल टिकट बनाने के कारण थार लिंक एक्सप्रेस 7 घंटे देरी से रात्रि 2:45 पर रवाना हो सकी। विभागीय लापरवाही के कारण पिछले एक माह से
थार एक्सप्रेस के देरी से चलने का क्रम जारी है। पिछले 2 सप्ताह में थार एक्सप्रेस 15 घण्टे, 10 घण्टे, इस बार 07 घण्टे देरी से चल पाई।
बारिश और गर्मी, उमस के बीच यात्रियों को सजा भुगतनी पड़ती है। जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं देने के कारण यात्रियों को 24 से 36 घंटे में 600 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
हर बार बिजली कटौती, बीएसएनएल (
bsnl ) के नेटवर्किंग साइट के सर्वर डाउन (
server down ) होने के कारण रेलवे को मैन्युअल टिकट बनाने पड़ते हैं। ऐसे में लगातार देरी हो रही है।