scriptसीएचसी भवन के लिए 1 साल पहले स्वीकृत हुए 3.9 करोड़, नहीं मिली जमीन | 3.9 crore approved for CHC building 1 year ago, no land found | Patrika News

सीएचसी भवन के लिए 1 साल पहले स्वीकृत हुए 3.9 करोड़, नहीं मिली जमीन

locationबाड़मेरPublished: Oct 31, 2019 08:33:06 pm

Submitted by:

Moola Ram

कस्बे जसोल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण को लेकर पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने एक वर्ष पूर्व3.90 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन अब तक भूमि का आवंटन नहीं हो पाया है।

3.9 crore approved for CHC building 1 year ago, no land found

3.9 crore approved for CHC building 1 year ago, no land found

जसोल. कस्बे जसोल में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन निर्माण को लेकर पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने एक वर्ष पूर्व3.90 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की थी, लेकिन अब तक भूमि का आवंटन नहीं हो पाया है। इस पर पूर्व के वर्षों की तरह ही प्राथमिक चिकित्सालय के पुराने भवन में सामुदायिक चिकित्सालय भवन संचालित हो रहा है।
भवन नाकाफी होने व सुविधाओं के अभाव में हर दिन कस्बे व क्षेत्र के मरीजों को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। इससे आमजन में रोष है।

20 हजार आबादी वाला कस्बा जसोल उपखंड बालोतरा का दूसरा बड़ा कस्बा है। जिले के दूसरे बड़े औद्योगिक कस्बे जसोल संचालित 111 वस्त्र कारखानों पर क्षेत्र के लोगों को अच्छा रोजगार मिलने पर बड़ी संख्या में लोग यहां निवास कर रहे हैं। इससे कुछ वर्षों में तेजी से कस्बे का विकास हुआ है।
इस पर इसकी आबादी में भी अधिक बढ़ोतरी हुई है। कस्बे व इससे जुड़े एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों की अधिक मांग पर करीब पांच वर्षसे अधिक समय पहले प्रदेश सरकार ने प्राथमिक चिकित्सालय को क्रमोन्नत किया था।
इस पर कस्बे व क्षेत्र के ग्रामीणों ने बेहतर उपचार की सुविधा मिलने का सपना संजोया था। लेकिन नाममात्र चिकित्सक नियुक्त होने के साथ नाकाफी सुविधाएं होने पर उपचार को लेकर मरीजों व परिजनों को हर दिन परेशानी उठानी पड़ती है।
5 बीघा भूमि की है जरूरत

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन से आवश्यक 5 बीघा भूमि आंवटित करने की मांग की। इसे लेकर बालोतरा रोड, नाकोड़ा रोड पर भूमि की तलाश की गई। लेकिन आज दिन तक दोनों ही स्थानों में से किसी एक स्थान पर न भूमि चिन्हित की गई और न ही आंवटित।
जबकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनेकों बार ग्राम पंचायत,उपखंड प्रशासन व जिला प्रशासन को अवगत करवाकर भूमि आंवटन की मांग कर चुके हैं।

ऐसे में भूमि आंवटन के अभाव में चिकित्सालय भवन निर्माण के नहीं शुरू हुए कार्य व इसके बनकर तैयार नहीं होने से आज भी प्राथमिक चिकित्सालय के पुराने व नाकाफी भवन में सामुदायिक चिकित्सालय संचालित हो रहा है। इससे उपचार को लेकर मरीजों व परिजनों को हर दिन परेशानी उठानी पड़ती है। इससे आमजन में रोष है।
यह अन्याय है

सरकार ने चिकित्सालय को क्रमोन्नत कर दिया, भवन निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया। इसके एक वर्ष बीतने के बावजूद भूमि आंवटित नहीं होना, कस्बे व क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है। प्रशासन शीघ्र भूमि आंवटन कर निर्माण कार्यशुरू करवाएं। इससे अच्छी सुविधा मिल सके।
– सुनिल खंडेलवाल

वर्षों की मांग पर सरकार ने चिकित्सालय को क्रमोन्नत किया व बाद में भवन निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया। लेकिन आज दिन तक निर्माण कार्य तक शुरू नहीं किया गया। पुराना भवन नाकाफी है। सुविधाओं का अभाव है। इस पर हर दिन परेशानी उठाते हैैं। शीघ्र कार्यप्रारंभ करवाएं।
– जोगसिंह राजपुरोहित

प्रयास जारी है

भवन निर्माण के लिए भूमि आंवटन को लेकर कई बार मांग की है। लेकिन अभी तक आंवटन नहीं किया गया है। इसे लेकर प्रयास जारी है।
– डॉ. आर.आर. सुथार, खंड बालोतरा चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकार
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