36 गंभीर रोगों की होगी जांच प्रदेश सरकार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व कृष्णा डायग्रोस्टिक प्रा.लि. के बीच हुए समझौते के अनुसार सरकारी चिकित्सालयों में अब कैंसर, थैलेसिमिया, हद्य, थाईरायड, स्वाइन फ्लू, डेंगू, टाईफाइड, रोग व ऑपरेशन में रोग जांच के लिए ली जाने वाली बॉयोप्सी जांच की जाएगी। जीजीटी, एचबी एवनसी, लिपिड प्रोफाइल, यूरिन कल्चरल, ब्लड कल्चरल, एपीटीटी,एलएच,टार्च,आयरन, विटामिन डी लेवल, बी-12, एएनए,पीएसए, एफडीपी,पीएपी सहित 36 प्रकार की जांचें की जाएगी। वर्तमान में जिला स्तरीय रेफरेल चिकित्सालयों में 56 प्रकार के रोग की जांच नि:शुल्क की जा रही है। इन चिकित्सालयों में कई रोगों की रेपिड जांच की जाती है। योजना पर अब एलीजा जांच की जाएगी। इस जांच में रोग के होने व नहीं होने की पूरी पुष्टि होती है।
हजारों मरीजों को मिलेगी राहत कस्बों के सरकारी व निजी चिकित्सालयों में कई रोगों की जांचें नहीं होने पर मरीजों को जांच के लिए बड़े शहर जाना होता है। आने जाने की परेशानी के साथ जांच के लिए हजारों रुपए देने पड़ते हंै। लेकिन अब कस्बे स्तर के सरकारी चिकित्सालयों में रोगों की उच्च स्तरीय जांच होने पर मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा। टॉर्च जांच 1400 रुपए,हेमोफोलिया प्रोफाइल 800 रुपए, थेलेसिमया प्रोफाइल, स्वाइन फ्लू 500 रुपए, डेंगू एलीजा 475 रुपए, एंटी एचसीवी एंटी बॉडी एलिजा, विटामिन डी, बी -12 लेवल 300 रुपए जैसी जांचें नि:शुल्क होने पर गरीब व कमजोर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
ऐसी होगी जांच सेम्पल लेने के लिए कंपनी कर्मचारी नियुक्त करेगी। दोपहर दो बजे तक ये सेम्पल लेकर जोधपुर स्थित कंपनी प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। वहां से जांच बाद के दूसरे दिन ऑनलाइन रिपोर्ट भेजी जाएगी। सरकार केे निर्णय पर ब्यावर, केकड़ी, किशनगढ़, नसीराबाद, अलवर, कालाकुंआ, बांसवाड़ा, बांरा, बाड़मेर, बालोतरा, भरतपूर, भीलवाड़ा, शाहपुरा, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, निंबाहेड़ा, चूरू, रतनगढ़, सुजानगढ़, दौसा, धौलपुर, धौलपुर बाड़ी, डूंगरपुर,सांगवाड़ा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, कोटपूतली, जैसलमेर , जालोर, झुंंझुनू, नवलगढ़, करौली, हिण्डौन, कुचामन सिटी, नागोर, डीडवाना, लाडनंू,पाली, सोजत, प्रतापगढ़, राजसमंद, नाथद्वारा, सवाईमाधोपुर, गंगापुर सिटी, सीकर, अजीतगढ़, सिरोही, टोंक, सलूम्बर चिकित्सालयों में नि:शुल्क रोग जांच की जाएगी।