दुर्लभ खनिज के 900 अरब के खजाने की खोज शुरू
बाड़मेरPublished: Oct 05, 2021 11:29:22 am
– सिवाना के पास आरक्षित किया गया है क्षेत्र- 07 ब्लॉक आवंटित, खोज का कार्य किया प्रारंभ- 15 प्रकार के रेअर अर्थ का खजाना है- 97 प्रतिशत फिलहाल निर्यात करता है चीन- परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में बाड़मेर का होगा नाम
दुर्लभ खनिज के 900 अरब के खजाने की खोज शुरू
दुर्लभ खनिज के 900 अरब के खजाने की खोज शुरू
रतन दवे
बाड़मेर पत्रिका.
बाड़मेर की जमीन राज्य और देश के लिए तेल के खजाने के बाद एक नई इबारत दुर्लभ परमाणु खनिज का खजाने की सौगात दे सकती है। यहां करीब 900 अरब के रेअर अर्थ(दुर्लभ खनिज) के प्रमाण मिलने के बाद खोज प्रारंभ हो गई ह। परमाणु क्षेत्र में काम आने वाले इन खनिज परमाणु ऊर्जा विभाग भारत सरकार के परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय को सिवाना के पास में लीज आवंटित की गई है। परिणाम आशानुरूप रहे तो परमाणु खनिज का 97 प्रतिशत विश्व में आपूर्ति कर रहे चीन की मॉनोपोली भारत तोड़ देगा।
वर्ष 2010 में यह शोध सामने आया था कि सिवाना में 754 वर्ष पुराने मालानी रॉक्स के क्षेत्र में 15 प्रकार के रेअर अर्थ का खजाना है और यह उल्कापिण्ड टकराने से बना है। करीब 900 अरब का यह खजाना भारत में टेरिस्टिल(जमीन पर) पाए जान ेवाले खनिज का सबसे बड़ा खजाना है। इस शोध पत्र के बाद में परमाणु ऊर्जा विभाग उत्साहित हुआ और इसको लेकर अन्वेषण प्रारंभ करने की योजना बनी है।
यहां मिली है लीज
सिवाना क्षेत्र में भाटीखेड़ा, गुड़ानाल, रमिणया, दांतल, फूलण, मवड़ी, मगरेश्वर में अनुसंधान प्रारंभ किया गया है। पांच वर्ष के लिए यहां जमीन आरक्षित की गई है, जहां ड्रिलिंग कर अनुसंधान जारी रखा जाएगा। कुल सात ब्लॉक में यह कार्य प्रारंभ किया गया है।
ये है पंद्रह खनिज
गैलेनियम, रूबीडियम, इप्रीयम, थोरियम, यूरिेनयम, जर्मेनियम, सीरियम, टिूलरीयम सहित पंद्रह प्रकारक े खनिज है जो लंैथोनगुट ग्रुप के माने जाते है। इनका उपयोग अंतरिक्ष क्षेत्र, सौर ऊर्जा, सामरिक उपकरण, केमिकल इंडस्ट्री, सुपर कंडक्टर, इलेक्ट्रोनिक, ऑयल रिफाइनरी में उपयोगी माने जाते है।
बाड़मेर राज्य की आर्थिक राजधानी
बाड़मेर में अभी 43129 करोड़ की रिफाइनरी का निर्माण हो रहा है। 1.75 लाख बैरल प्रतिदिन क्रुड ऑयल का उत्पादन हो रहा है, विश्व की सबसे बड़ी खोज मंगला भी यहीं है। 11 नए ब्लॉक में तेल खोज का कार्य शुरू किया गया है। अब रेअर अर्थ के खजाने की खोज से आशान्वित परिणाम मिले तो बाड़मेर राज्य की आर्थिक राजधानी होगा।
नाभकीय ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि
परमाणु क्षेत्र के नाभकीय ऊर्जा क्षेत्र में यह बड़ी उपलब्धि होगी। परमाणु खनिज विश्व में महत्वपूर्ण माने जाते है। डा. एपीजे अब्दुल कलाम भी इसके पक्षधर थे कि भारत में परमाणु खनिज की खोज करके अंतरीक्ष क्षेत्र में हम काफी आगे बढ़ सकते है। सिवाना में रेअर अर्थ का खजाना मिलता है तो भारत के लिए बड़ी सौगात होगा।- हेमराम खत्री, विशेषज्ञ भौतिक विज्ञान