पिता – मोहन चौधरी पापा के ऑफिस पहुंची तो देखा कि वहां पर कई लोग कंप्यूटर सीखने आते हैं। पापा उनको कंप्यूटरी के प्रोग्राम की जानकारी देते हैं। मैंने भी कम्प्यूटर के बारे में आज काफी कुछ सीखा है। यहां आकर अच्छा लगा।
पिता – डॉ. ओमप्रकाश डूडी सुबह से शाम तक पापा मरीजों को देखकर उनको दवाइयां देते हैं। इससे मरीज ठीक होते हैं। आज कई मरीजों से मिली, उनसे बात की। अच्छा लगा की पापा मरीजों को स्वस्थ करते हैं।
बेटी – देवांशी व अनुष्का पिता – ओमप्रकाश गुप्ता
आज पापा की मिठाई की शॉप पर आकर हमें अच्छा लगा। इससे यह पता चला कि पापा कितनी मेहनत करते हैं। अलग-अलग मिठाई हमने देखी। साथ ही यहां खरीददारी के लिए आने वालों से बातचीत की।
पिता- दीपक बंसल बिजनेस में जीएसटी क्या है, किस प्रकार से व्यापारी जीएसटी भरते हैं। ये जानकारी आज पापा के साथ ऑफिस आई तो पता चला। कई लोग जीएसटी को लेकर आए भी। पापा ने उनको कई तरह की जानकारी दी। यहां आना अच्छा रहा।