scriptथार में सोमवार को हुआ सकारात्मक विचारों का अभिषेक | Anointing of positive thoughts on Monday in Thar | Patrika News

थार में सोमवार को हुआ सकारात्मक विचारों का अभिषेक

locationबाड़मेरPublished: Jul 29, 2019 08:57:58 pm

Submitted by:

Moola Ram

– पत्रिका के अभियान का बड़ा असर
– 489 ग्राम पंचायतों में 300 अधिकारी पहुंचे, हुआ आत्मावलोकन
– 100 चिकित्साकर्मियों ने पढ़ाया मनोविज्ञान का पाठ
– 1 लाख 15 हजार के करीब विद्यार्थियों ने ली सकारात्मकता की शपथ

Anointing of positive thoughts on Monday in Thar

Anointing of positive thoughts on Monday in Thar

बाड़मेर. सीमांत जिले में बढ़ती आत्महत्याओं व सामूहिक आत्महत्याओं से झकझोर चुके समाज के लिए पत्रिका की सकारात्मक सोच ने सोमवार को विचारों का नया अभिषेक किया। सावन के सोमवार पर सकारात्मकता की सरिता बही और 489 राजकीय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 300 अधिकारियों की टीम ने पहुंचकर 5 लाख के करीब विद्यार्थियों और हजारों अभिभावकों के साथ अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित कर आत्महत्या पाप है का पाठ पढ़ाया। जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अभियान की अगुवाई की।
पत्रिका ने निभाया सामाजिक सरोकार

बाड़मेर जिले में लगातार बढ़ रही आत्महत्याओं की घटनाओं के बाद समाज की ओर से एक ही विचार आ रहा था कि सकारात्मकता और जागरूकता का संदेश दिया जाए। इसके लिए लोगों की निगाह एक बार फिर पत्रिका की ओर थी। पत्रिका ने सामाजिक सरोकार के अपने इस दायित्व को बखूबी निभाते हुए समाचार श्रृंखला के माध्यम से स्थापित किया कि समाज के जितने भी जिम्मेदार है वे लोगों के बीच पहुंचकर इस बात को रखे ताकि ये विचार सकारात्मकता की ऊर्जा बने। पत्रिका के समाचार अभियान बाद प्रशासन और पुलिस जुड़े और पत्रिका के साथ बैठकर तय हुआ कि कैसे किया जाए? इसके लिए सोमवार को अभिभावक- शिक्षक बैठक आयोजित कर हर गांव में यह संदेश पहुंचाना निश्चित हुआ।
सोमवार को विचारों का अभिषेक

सोमवार की सुबह जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा मारूड़ी के उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे और यहां कलक्टर ने अपनी कहानी सुनाते हुए संदेश दिया कि जीवन में सकारात्मक सोचें। आत्महत्या पाप है। परिवार-गांव में कोई परेशान है तो उसकी समस्या दूर करने को सब परिवार की तरह मदद करें। पुलिस अधीक्षक मीणा ने कहा कि पुलिस हर संभव मदद करेगीआत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है।
हर गांव में पहुंचा संदेश

100 चिकित्सक, 400 से अधिक पंच-सरपंच, पुलिस अधीक्षक सहित एडिशनल एसपी, डिप्टी, सीआई, एस आई, एएसआई, हैडकांस्टबल, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, व्यापारी, किसान, जनप्रतिनिधि सहित हर वर्ग के लोगों ने इसमें भागीदारी निभाई। अभिभावकों ने बैठक में पहुंचकर संदेश दिया।

ट्रेंडिंग वीडियो