पत्रिका ने निभाया सामाजिक सरोकार बाड़मेर जिले में लगातार बढ़ रही
आत्महत्याओं की घटनाओं के बाद समाज की ओर से एक ही विचार आ रहा था कि सकारात्मकता और जागरूकता का संदेश दिया जाए। इसके लिए लोगों की निगाह एक बार फिर पत्रिका की ओर थी। पत्रिका ने सामाजिक सरोकार के अपने इस दायित्व को बखूबी निभाते हुए समाचार श्रृंखला के माध्यम से स्थापित किया कि समाज के जितने भी जिम्मेदार है वे लोगों के बीच पहुंचकर इस बात को रखे ताकि ये विचार सकारात्मकता की ऊर्जा बने। पत्रिका के समाचार अभियान बाद प्रशासन और पुलिस जुड़े और पत्रिका के साथ बैठकर तय हुआ कि कैसे किया जाए? इसके लिए सोमवार को अभिभावक- शिक्षक बैठक आयोजित कर हर गांव में यह संदेश पहुंचाना निश्चित हुआ।
सोमवार को विचारों का अभिषेक सोमवार की सुबह जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा मारूड़ी के उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे और यहां कलक्टर ने अपनी कहानी सुनाते हुए संदेश दिया कि जीवन में सकारात्मक सोचें। आत्महत्या पाप है। परिवार-गांव में कोई परेशान है तो उसकी समस्या दूर करने को सब परिवार की तरह मदद करें। पुलिस अधीक्षक मीणा ने कहा कि
पुलिस हर संभव मदद करेगी।
आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है।
हर गांव में पहुंचा संदेश 100 चिकित्सक, 400 से अधिक पंच-सरपंच, पुलिस अधीक्षक सहित एडिशनल एसपी, डिप्टी, सीआई, एस आई, एएसआई, हैडकांस्टबल, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, व्यापारी, किसान, जनप्रतिनिधि सहित हर वर्ग के लोगों ने इसमें भागीदारी निभाई। अभिभावकों ने बैठक में पहुंचकर संदेश दिया।