दक्षिण पूर्व एशिया के लाखों लोग नौ मार्च को पूर्ण सूर्यग्रहण के गवाह बनेंगे। नासा के मुताबिक, यह सूर्यग्रहण एक मिनट से कुछ अधिक समय तक दिखाई देगा। हवाई, गुआम और आलस्का के कुछ हिस्सों समेत एशिया और प्रशांत क्षेत्र के भी लाखों लोग आंशिक सूर्यग्रहण देख पाएंगे। यह पूर्ण सूर्यग्रहण के एक घंटे पहले और बाद में दिखाई देगा। बता दें कि सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा के आने की वजह से सूर्यग्रहण पड़ता है।
साल में एक बार ही संयोग
यह घटना साल में करीब एक ही बार होती है। नासा के मुताबिक पश्चिमी छोर से ग्रहण शुरू होने और पूर्वी छोर पर इसके खत्म होने की करीब तीन घंटे की अवधि में हर स्थान पर पूर्ण सूर्यग्रहण सिर्फ डेढ़ से चार मिनट की अवधि तक ही दिखाई देगा।
चंद्रमा से 400 गुना बड़ा है सूर्य
दरअसल, सूर्य चंद्रमा की अपेक्षा 400 गुना बड़ा है, लेकिन यह चंद्रमा की अपेक्षा पृथ्वी से 400 गुना दूर है। इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान हमें दोनों का आकार एक जैसा दिखाई देता है।