उल्लेखनीय है कि 16 जनवरी को प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने रिफाइनरी का कार्यारंभ किया था। कार्यक्रम में पेट्रोलिमय मंत्री प्रधान ने कहा था कि 500 करोड़ के कार्य 17 जनवरी से ही प्रारंभ हो जाएंगे लेकिन एेसा नहीं हुआ। पत्रिका ने 1 फरवरी के अंक में जहां बटोरी थी तालियां वहां उड़ रही है आंधियां शीर्षक से प्रकाशित फोटो स्टोरी में जमीनी हकीकत को उजागर किया था। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस फोटो को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे।
शुरू की रस्म अदायगी– मामला गर्माते देख रिफाइनरी स्थल पर बुधवार से रस्म अदायगी शुरू की गई है। यहां पर पहुंचे कार्मिकों व अधिकारियेां ने यहां चारदीवारी निर्माण करने और अन्य कार्य प्रारंभ करना शुरू कर दिया है।
500 करोड़ के काम का इंतजार- पेट्रोलियम मंत्री ने पांच सौ करोड़ के ठोस काम का वादा किया था लेकिन अभी उसे लेकर हलचल नहीं है। एेसे में लोगों को रिफाइनरी को लेकर बड़े काम होने का इंतजार आज भी है।
गुजरात से आएगी बजरी- जानकारी अनुसार अब यहां बनने वाली चारदीवारी के लिए बजरी की समस्या आ रही है। काम शुरू करते ही यह बजरी गुजरात से लाने की तैयारी की जा रही है। बताया जाता है कि बजरी के कारण ही चारदीवारी का कार्य अभी रोका हुआ था। बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से उठाए गए प्रश्न के बाद आनन-फानन में यह कार्य प्रारंभ कर चारदीवारी निर्माण का कार्य किया जा रहा है।