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बच्चों पर बुखार का कहर , कहीं कोविड का नया ट्रेंड तो नहीं, करवाई जा रही है कोरोना जांच

locationबाड़मेरPublished: Oct 13, 2021 08:30:33 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-कोविड-19 के नए ट्रेंड की आशंका के चलते करवा रहे टेस्ट-भर्ती होने वाले बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सजगता-बुखार, खांसी-जुकाम के कारण कोविड की आशंका-फिलहाल बच्चों की जांच में पॉजिटिव नहीं मिलने से राहत-वायरल फीवर और डेंगू कर रहा है बच्चों को बीमार

बच्चों पर बुखार का कहर , कहीं कोविड का नया ट्रेंड तो नहीं, करवाई जा रही है कोरोना जांच

बच्चों पर बुखार का कहर , कहीं कोविड का नया ट्रेंड तो नहीं, करवाई जा रही है कोरोना जांच

बाड़मेर. अस्पताल में बीमार बच्चे बढ़ते जा रहे हैं। ओपीडी में भीड़ बढ़ रही है तो आइपीडी में बेड फुल है। अतिरिक्त बेड लगाने की जरूरत पड़ रही है। इस बीच बुखार और खांसी-जुकाम के लक्षणों के चलते कोविड की आशंका को लेकर चिकित्सक बच्चों के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रख रहे हैं। कोविड जैसे लक्षण नजर आने पर बच्चों के कोविड टेस्ट करवाए जा रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी कोई पॉजिटिव नहीं मिला है।
बच्चों में वायरल और डेंगू के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पूर्व में बड़े लोगों में डेंगू मिल रहा था, अब यह बच्चों में मिल रहा है। वहीं मलेरिया के केस भी बढ़े हैं। स्थिति यह हो गई है कि अस्पताल में भर्ती अधिकांश बच्चे बुखार से ही पीडि़त है। ज्यादा बच्चे वायरल से पीडि़त है। तुरंत अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण अन्य शारीरिक समस्याएं पैदा हो रही है।
अस्पताल में भर्ती 10 बच्चों का टेस्ट
एमसीएच यूनिट में भर्ती 10 बच्चों की दो दिन पहले कोविड जांच करवाई गई। इसमें 1 से 11 साल तक के बच्चे शामिल थे। चिकित्सकों को आशंका हुई कि इन बच्चों में कोविड जैसे लक्षण है। इसलिए इनकी जांच होनी जरूरी है। कोविड का नया ट्रेंड आ जाए और पता नहीं चले। इसके लिए एक साथ वार्ड में भर्ती करीब 10 बच्चों के नमूने लिए गए। इनमें एक साल तक के बच्चे का भी नमूना लिया गया। गनीमत है कि इनमें से किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई।
मौसमी बीमारियां ले रही है चपेट में
बरसात के बाद मौसमी बीमारियां कहर बन कर टूटी है। महामारी के दौर में भी बच्चे बीमारी से दूर रहे और अस्पताल और वार्ड खाली थे। लेकिन पिछले दो महीनों से बच्चों पर बीमारियों का कहर है। इनमें सबसे अधिक मौसमी बीमारियों वायरल और डेंगू का असर बना हुआ है। सामान्य वायरल से बच्चे को उबरने में 5-7 दिन से ज्यादा लग रहे हैं। वहीं डेंगू होने पर स्वस्थ होने में और समय लग जाता है।
बच्चों में वायरल का असर अधिक
इन दिनों बच्चों में वायरल बुखार और डेंगू का असर काफी बना हुआ हैं। कोविड को लेकर भर्ती बच्चों के टेस्ट करवाए जा रहे हैं। यह इसलिए किया जा रहा है तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है, कोविड-19 का नया ट्रेंड आने पर मिस नहीं हो जाए, इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के कोरोना की जांच करवाई जा रही है। दो दिन पहले ही वार्ड में भर्ती करीब 10 बच्चों का एक साथ कोविड टेस्ट करवाया गया। इनमें से सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
डॉ. अमित शांडिल्य, सहायक प्रोफेसर व वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ, राजकीय अस्पताल बाड़मेर
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