बाड़मेर में मदर मिल्क बैंक खुला तो यह नाम यहां के लिए बिल्कुल नया था। डोनर को तैयार करने के लिए काउंसलर्स को खुद को उनके रूप में रखना पड़ा। कई सत्रों में काउंसलिंग होती थी। घंटों तक इसी काम में जुटे रहना पड़ता था। काउंसलर महिलाएं होने के बावजूद उनको काफी समस्याएं आईं। धीरे-धीरे महिलाओं में समझ बढ़ी। उन्हें पता चला कि यहां दिए गए दूध से वंचित बच्चों को नया जीवन देने में उनकी कितनी बड़ी भूमिका साबित हो रही है। जब यह बात समझ में आई तो कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और मात्र एक साल में ही बैंक से 1365 डोनर माताएं जुड़ गईं।
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बाड़मेर से बाहर भी भेजा गया दूध
बैंक में हमेशा दूध की उपलब्धता यहां डोनर बढऩे के साथ लगातार बढ़ती जा रही है। इस कारण बैंक यहां से जरूरत वाले सेंटर पर मिल्क भेजता है। बाड़मेर से अजमेर और जोधपुर को भी दूध भेजा जा चुका है।
बैंक में हमेशा दूध की उपलब्धता यहां डोनर बढऩे के साथ लगातार बढ़ती जा रही है। इस कारण बैंक यहां से जरूरत वाले सेंटर पर मिल्क भेजता है। बाड़मेर से अजमेर और जोधपुर को भी दूध भेजा जा चुका है।
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यह भी उल्लेखनीय बाड़मेर की मदन कंवर बैंक में अब तक सबसे अधिक 7905 एमएल मिल्क डोनेट कर चुकी हैं। मिल्क बैंक में किसी एक महिला की ओर से डोनेट किए गए दूध में मदन कंवर का सर्वाधिक योगदान है। इसके लिए बैंक के सालाना कार्यक्रम में मदन कंवर का सम्मान किया गया।
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यह भी उल्लेखनीय बाड़मेर की मदन कंवर बैंक में अब तक सबसे अधिक 7905 एमएल मिल्क डोनेट कर चुकी हैं। मिल्क बैंक में किसी एक महिला की ओर से डोनेट किए गए दूध में मदन कंवर का सर्वाधिक योगदान है। इसके लिए बैंक के सालाना कार्यक्रम में मदन कंवर का सम्मान किया गया।
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महिलाओं की होती है कई तरह की जांच
बैंक में मिल्क डोनेट करने वाली महिलाओं की सबसे पहले कई तरह की जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद महिला के पूरी तरह स्वस्थ होने व किसी तरह की बीमारी की आशंका नहीं होने पर मिल्क डोनेट लिया जाता है। रिपोर्ट की जांच बैंक के प्रभारी के साथ स्टॉफ की कार्मिक करती हैं।
बैंक में मिल्क डोनेट करने वाली महिलाओं की सबसे पहले कई तरह की जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने के बाद महिला के पूरी तरह स्वस्थ होने व किसी तरह की बीमारी की आशंका नहीं होने पर मिल्क डोनेट लिया जाता है। रिपोर्ट की जांच बैंक के प्रभारी के साथ स्टॉफ की कार्मिक करती हैं।
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हर जरूरतमंद के लिए खुले हैं दरवाजे बैंक की ओर से हर जरूरतमंद नवजात के लिए मां के दूध के लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं। यहां से निजी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों को भी दूध उपलब्ध करवाया जाता है। यहां तक कि गांवों में पीएचसी-सीएचसी पर जन्म लेने के बाद किसी कारण से बच्चे को दूध की जरूरत होती है तो आंचल मदर मिल्क बैंक उसे भी मां का दूध उपलब्ध करवाता है।
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हर जरूरतमंद के लिए खुले हैं दरवाजे बैंक की ओर से हर जरूरतमंद नवजात के लिए मां के दूध के लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं। यहां से निजी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों को भी दूध उपलब्ध करवाया जाता है। यहां तक कि गांवों में पीएचसी-सीएचसी पर जन्म लेने के बाद किसी कारण से बच्चे को दूध की जरूरत होती है तो आंचल मदर मिल्क बैंक उसे भी मां का दूध उपलब्ध करवाता है।
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सभी बच्चों को मिले मां का दूध
बैंक से कोई भी जरूरतमंद नवजात के लिए दूध ले सकता है। हमारा यह प्रयास है कि नवजात को मां का दूध मिले। जिससे उसका पोषण अच्छे से हो सके।- डॉ. महेन्द्र चौधरी, प्रभारी, मदर मिल्क बैंक बाड़मेर
बैंक से कोई भी जरूरतमंद नवजात के लिए दूध ले सकता है। हमारा यह प्रयास है कि नवजात को मां का दूध मिले। जिससे उसका पोषण अच्छे से हो सके।- डॉ. महेन्द्र चौधरी, प्रभारी, मदर मिल्क बैंक बाड़मेर
—————- बैंक में किसकी क्या जिम्मेदारी
बैंक प्रभारी: डॉ. महेंद्र चौधरी मैनेजर: पुष्पा कंवर
डोनर रूम प्रभारी: मंजू भाटी प्रोसेस रूम प्रभारी: विमला जेलिया
काउंसलर: चंद्रकांता रिसेप्शन (ऑफिस इंजार्च) मंजू फुलवारी
मिल्क बैंक पर एक नजर
बैंक प्रभारी: डॉ. महेंद्र चौधरी मैनेजर: पुष्पा कंवर
डोनर रूम प्रभारी: मंजू भाटी प्रोसेस रूम प्रभारी: विमला जेलिया
काउंसलर: चंद्रकांता रिसेप्शन (ऑफिस इंजार्च) मंजू फुलवारी
मिल्क बैंक पर एक नजर
4 अप्रेल 2018 से शुरूआत अब तक डोनेट मिल्क 370230 एमएल कुल यूनिट मिल्क स्टोर
12074 टोटल मिल्क इश्यू
9559 यूनिट कलक्शन सेंटर अजमेर को भेजा
1000 यूनिट मिल्क वर्तमान में स्टॉक
1200 यूनिट
12074 टोटल मिल्क इश्यू
9559 यूनिट कलक्शन सेंटर अजमेर को भेजा
1000 यूनिट मिल्क वर्तमान में स्टॉक
1200 यूनिट
बैंक में अब तक पंजीकृत हुई डोनर 1365
(आंकड़े 7 मई तक के हैं)
(आंकड़े 7 मई तक के हैं)