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कोरोना: कोविड डेडिकेटेट में बदल सकता है जिला अस्पताल, निजी में शिफ्ट किए जाएंगे अन्य बीमारियों के भर्ती मरीज

locationबाड़मेरPublished: Apr 22, 2021 09:50:33 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-जिला अस्पताल में केवल कोविड मरीजों का ही होगा उपचार-कोविड मरीजों के बढऩे पर प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने बनाई है योजना-जिला अस्पताल में संक्रमित भर्ती मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी-प्रशासन ने सामान्य मरीजों के लिए निजी अस्पताल का किया अधिग्रहण-ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों की संख्या अधिक

कोरोना: कोविड डेडिकेटेट में बदल सकता है जिला अस्पताल, निजी में शिफ्ट किए जाएंगे अन्य बीमारियों के भर्ती मरीज

कोरोना: कोविड डेडिकेटेट में बदल सकता है जिला अस्पताल, निजी में शिफ्ट किए जाएंगे अन्य बीमारियों के भर्ती मरीज

बाड़मेर. कोविड मरीजों की तेजी से बढ़ रही संख्या के कारण जिला अस्पताल में कोरोना वार्ड बढ़ते जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि ऐसी ही स्थिति रही तो जिला अस्पताल को कोविड डेडिकेटड करना पड़ेगा और यहां भर्ती अन्य बीमारियों के मरीजों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएगा। वर्तमान में बढ़ते मरीजों को देखते हुए हालात यह है कि ऐसी स्थिति कभी भी आ सकती है। अस्पताल व मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी इस तैयारी में जुटा हुआ है। डेडिकेटड अस्पताल से एमसीएच यूनिट को पूरी तरह से अलग रखा जाएगा।
बाड़मेर जिला अस्पताल में 300 बेड की क्षमता है। वर्तमान में 213 बेड ऐसे हैं जिन पर ऑक्सीजन की सुविधा भी है। यहां पर मरीजों को भर्ती करने का सिलसिला भी जारी है। संक्रमित के अलावा संदिग्ध कोविड में ऑक्सीजन की कमी वालों की बढ़ोतरी बहुत ज्यादा है। ऐसे मरीजों की आरटीपीसीआर जांच तो नेगेटिव है, लेकिन एचआरसीटी में संक्रमण आ रहा है। साथ ही ऑक्सीजन की कमी भी है। जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी वाले मरीजों की संख्या प्रतिदिन बढऩे से यहां पर अन्य बीमारियों मरीजों के लिए बेड कम होते जा रहे हैं।
अस्पताल के 9 वार्ड में कोविड और आइसोलेशन
जिला अस्पताल के 9 वार्ड में कोविड संक्रमित और संदिग्ध कोरोना मरीज भर्ती है। इनकी कुल संख्या 132 है और ये ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड पर इनका उपचार चल रहा है। वहीं छह मरीजों वाले आइसीर्यू में भी सभी बेड पर मरीज भर्ती है। इनके अलावा पोस्ट कोविड मरीज का भी डे-केयर में उपचार चल रहा है। अस्पताल में अब मात्र 5 वार्ड में ही अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीज भर्ती है। इनको भी अब भर्ती की जरूरत नहीं होने पर डिस्चार्ज किया जा रहा है।
लगातार बढ़े मरीज तो होगा भर्ती का संकट
अस्पताल में 300 बेड है। लेकिन मरीजों की संख्या इसी तेजी से बढ़ी तो यहां पर भर्ती करने की जगह भी नहीं बचेगी। इसके चलते अब आइसोलेशन वार्ड में ऐसे मरीज जिनकी ऑक्सीजन हटाई जा रही है और जरूरत नहीं होने पर उन्हें कोविड केयर सेंटर भेजने के निर्देश चिकित्सकों को दिए गए है। जिससे अस्पताल में अन्य संक्रमितों के लिए बेड खाली हो सके।
निजी अस्पताल का अधिग्रहण
जिला प्रशासन ने बाड़मेर शहर में एक निजी अस्पताल का अधिग्रहण किया है। जिसके लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को जरूरत पर अस्पताल के अधिग्रहण के लिए अधिकृत किया है। संक्रमितों के बढऩे की स्थिति में बेड की कमी हुई तो जिला अस्पताल में भर्ती अन्य बीमारियों के मरीजों को निजी में शिफ्ट किया जा सकता है। निजी अस्पताल 50 बेड का है।
फिलहाल तो जिला अस्पताल में बेड है। कोविड के अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों का यहां उपचार चल रहा है। इसी गति से कोविड मरीजों की संख्या बढ़ती रही तो अन्य बीमारियों के भर्ती मरीजों को फिर निजी में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए थार हॉस्पिटल का अधिग्रहण प्रशासन की ओर से किया गया है। अस्पताल में 50 बेड है।
डॉ. आरके आसेरी, प्राचार्य एवं नियंत्रक राजकीय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर
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