यूं कर रही है जुगाड़ मेडिकल कॉलेज के लिए सहायक प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों के लिए राज्य सरकार ने करीब एक पखवाडे़ पहले जुगाड़ करते हुए जिला अस्पताल में ही नियुक्त चिकित्सकों के पद नाम बदल दिए और उनको प्रोफेसर और सहायक प्रोफेसर के पद देते हुए मेडिकल कॉलेज में नियुक्त कर दिया है।
अब अतिरिक्त भत्ते मिलेंगे राजस्थान मेडिकल एज्युकेशन सोसायटी
जयपुर के अतिरिक्त निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव ने वेतनमान में संशोधन का आदेश जारी किया है। इसमें बाड़मेर व डूंगरपुर को दूरस्थ क्षेत्र मानते हुए यहां पर मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों व कर्मचारियों को अतिरिक्त भत्ता देने के निर्देश दिए हैं।
तकनीशियन व अन्य स्टाफ के आदेश किए मेडिकल कॉलेज में संविदा के पदों पर तो स्थानीय स्तर पर कई युवा जुट रहे हैं लेकिन स्थायी तौर पर अभी तकनीशियन के आदेश किए गए हैं जो तीस से ज्यादा है। बताया जाता है कि आदेश होने के बाद कई लोगों ने अपने आदेश निरस्त करवाने के भी आवेदन कर दिए हैं।
पद भत्ता राशिप्रिसिंपल – 50 हजार प्रोफेसर- 40 हजार
एसोसिएट प्रोफेसर- 35 हजार असिस्टेंट प्रोफेसर – 30 हजार
सीनियर डेमोस्टे्रटर – 25 हजार
जोधपुर का स्टाफ बाड़मेर जाने को नहीं तैयार बाड़मेर मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति के लिए सर्वाधिक दबाव जोधपुर के स्टाफ पर है। जोधपुर के अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में ही नियुक्त स्टाफ से जैसे ही बाड़मेर का नाम लिया जाता है,वे कतरा रहे हैं। इसके लिए वे पहले से ही सिफारिश लगाकर बैठे हैं कि किसी भी सूरत में उनको बाड़मेर नहीं भेजा जाए।
– दूरस्थ क्षेत्र पर मिलेगा अतिरिक्त भत्ता
बाड़मेर-डूंगरपुर को दूरस्थ क्षेत्र माना है। इसके चलते कर्मचारियों को अतिरिक्त भत्ता मिलेगा। – एनडी सोनी, प्रिसिंपल, मेडिकल कॉलेज बाड़मेर