बाड़मेर

पिछले साल किसानों को मिला था 600 करोड़ का लोन, इस साल अब तक एक पैसा भी नहीं….जानिए क्यूं हो रहा है ऐसा

– किसानों को फसल बुवाई में आ रही परेशानी, नहीं मिला ऋण, आवेदन भी नहीं हुए- बाड़मेर जिले में 1 लाख 75 हजार किसान, आवेदन महज 19 हजार-सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल का असर

बाड़मेरJul 01, 2019 / 01:02 pm

Mahendra Trivedi

पिछले साल किसानों को मिला था 600 करोड़ का लोन, इस साल अब तक एक पैसा भी नहीं….जानिए क्यूं हो रहा है ऐसा

बाड़मेर .सहकारी समिति कर्मचारियों की प्रदेश भर में चल रही हड़ताल का असर किसानों पर हो रहा है। जिले में डेढ़ लाख किसान फसली ऋण के लिए खेत में बुवाई छोड़ समितियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सहकारी समितियों में ताले लटक रहे हैं। ऐसे में किसानों को कोई संतोषजनक जबाव नहीं मिल रहा है। वहीं बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन किसानों को न तो खरीफ ऋण मिला है और न ही बीज मिल रहा है।
कृषि ऋण वितरण कार्य ऑनलाइन पोर्टल के जरिए करने और बैंकों की तरह इस कार्य के लिए बीसी (बिजनेस कॉरेसपोंडेंट) बनाने के विरोध में सहकारी समितियों के कर्मचारी पिछले एक माह से हड़ताल पर चल रहे है। उनका कहना है कि ऋण वितरण प्रणाली ऑनलाइन करने से सहकारी समितियों का काम ठप हो जाएगा। इस साल करीब पौने दो लाख किसानों को ऋण वितरण करना है। जबकि जिले में अब तक महज 19 हजार ऑनलाइन आवेदन हुए हैं।
किसानों पर फसल बुवाई का संकट
ऋण प्रणाली ऑनलाइन के बाद समिति कर्मचारियों की हड़ताल किसानों के लिए संकट बन गई है। यहां जून माह बीत गया है और किसानों खरीफ फसल ऋण नहीं मिला है। जबकि प्रति वर्ष मई में ऋण मिल जाता है। इस बार ऋण नहीं मिलने पर किसान फसल बुवाई नहीं कर पा रहे हैं।
हड़ताल: यह कार्य प्रभावित
– खरीफ फसल ऋण वितरण
– खाद बीज वितरण
– प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
– किसान मान धन योजना
– सहकारी मिनी बैंक
फैक्ट फाइल
– 1 लाख 92 हजार ऋणी किसान
– 284 ग्राम सेवा सहकारी समितियां हैं जिले में
– 600 करोड़ का इस साल ऋण वितरण का लक्ष्य
– किसान ऑनलाइन आवेदन करें
जिले में अब तक 19 हजार ऑनलाइन आवेदन हुए हैं। किसान आवेदन करें। व्यवस्थापक हड़ताल पर चल रहे है,ं इसका असर पड़ रहा है। ऋण वितरण में देरी तो हुई है।
– हरिराम पूनिया, कार्यवाहक प्रबंध निदेशक, दी बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक बाड़मेर
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