दरअसल, वार्ड 17 के मतदान के लिए सार्वजनिक श्मशान घाट में बूथ बनाया गया है। यहां पर वोट डालने के लिए सुबह 7 बजे से ही मतददाताओं की लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई थीं। बता दें कि वार्ड 17 के मतदाताओं के लिए सबसे नजदीकी सार्वजनिक सामुदायिक भवन यही है। इसलिए इस भवन में मतदान केंद्र बनाया गया है। वार्ड में कुल 973 मतदाता हैं, जिसमें 509 पुरुष एवं 464 महिलाएं शामिल हैं।
इस वजह से बनाया गया बूथ
बाड़मेर शहर का सार्वजनिक श्मशान घाट विकसित किया हुआ है। यहां चारों तरफ हरियाली और बड़ा पार्क है। इसमें लोग सुबह-शाम घूमने भी जाते है। श्मशानघाट के अंदर से सड़क भी गुजरती है जहां दिनभर आस-पास के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। यहां पर फव्वारे, लाइटिंग व अन्य सुविधाएं है। यहां बने एक सार्वजनिक सभाभवन में पोलिंग के लिए सुविधा व कतार के लिए पूरी जगह होने से इसका चुनाव किया गया।
बाड़मेर शहर का सार्वजनिक श्मशान घाट विकसित किया हुआ है। यहां चारों तरफ हरियाली और बड़ा पार्क है। इसमें लोग सुबह-शाम घूमने भी जाते है। श्मशानघाट के अंदर से सड़क भी गुजरती है जहां दिनभर आस-पास के लोगों का आना-जाना लगा रहता है। यहां पर फव्वारे, लाइटिंग व अन्य सुविधाएं है। यहां बने एक सार्वजनिक सभाभवन में पोलिंग के लिए सुविधा व कतार के लिए पूरी जगह होने से इसका चुनाव किया गया।
पहले बारात आ चुकी है
श्मशान घाट में करीब सात साल पहले यहां काम कर रहे है एक कर्मचारी की बेटी की शादी हुई तो उसने बारात को भी यहीं बुलाया था। शहर के श्मशान घाट में बारात आने के कारण भी यह चर्चा में रहा था।
श्मशान घाट में करीब सात साल पहले यहां काम कर रहे है एक कर्मचारी की बेटी की शादी हुई तो उसने बारात को भी यहीं बुलाया था। शहर के श्मशान घाट में बारात आने के कारण भी यह चर्चा में रहा था।