बॉर्डर क्षेत्र की महिला दस्तकारों के बीच पंहुची फैशन डिजाइनर रूमा
-महिलाओं में उत्साह का संचार, किया स्वागत
-सरकार बाड़मेर जिले में डिजाइनिंग कॉलेज खोले
बाड़मेर. फैशन डिजाइनर व समाजसेवी रूमा देवी बुधवार को गडरारोड पहुंची। उन्होंने यहां कशीदाकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के दौरान महिलाओं से बातचीत की। ईपीसीच द्वारा पिछले 40 दिनों से महेश्वरी भवन में 80 महिलाओं के समूह को कशीदाकारी का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। कार्यक्रम के समापन समारोह में रूमा देवी ने बताया कि वे भी सामान्य परिवार में पली बढ़ी हैं। आपके हुनर को विशेष पहचान मिले इसके लिए आगे आना होगा। प्रशिक्षण के बाद आप अपना उत्पाद स्वयं बेच सकती हैं। देश के किसी भी पर्यटन स्थलों पर अपनी दुकानें लगा सकती हैं। ऑनलाइन भी बिक्री कर सकती हैं। इसके लिए पहल करनी होगी। अच्छे कपड़े पर नई-नई डिजाइन का उत्पाद जल्दी पसंद आता हैं।
डिजाइनिंग कॉलेज खोलना चाहिए
उन्होंने सरकार से मांग की बाड़मेर जिले में ढाई लाख से अधिक महिलाएं कशीदाकारी से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में प्रत्येक परिवार में हैंडीक्राफ्ट का काम चल रहा है। सरकार को बाड़मेर में डिजाइनिंग कॉलेज खोलना चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि जिस महिला कारीगर के घर बेटियां है, प्रोत्साहन के रूप में परिवार को पांच से दस हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। योजना में गडरारोड़ के परिवार भी शामिल किए जाएंगे। इस दौरान महिलाओं ने लोक गीतों के माध्यम से रूमा देवी का स्वागत किया।
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