पूर्व में यह बस हर शाम सात बजे जयपुर से रवाना होकर बर-ब्यावर-पाली-भाद्राजून- जालोर होते हुए सुबह 6.30 बजे सिवाना व 7 बजे पादरू तथा सुबह 9 बजे बाड़मेर पहुंच रही थी। वापसी में बाड़मेर से शाम पांच बजे रवाना होकर शाम 7 बजे पादरू, 7.30 बजे सिवाना होते हुए सुबह 7 बजे जयपुर पहुंचती थी।
इस पर सरकारी कामकाज से बाड़मेर व जयपुर आवागमन को लेकर सिवाना, पादरू व मार्ग से जुड़ेे एक दर्जन से अधिक गांवों के हजारों यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलत रही थी। लेकिन सरकार के एक पखवाड़ा पूर्व बस सेवा फिर से बंद करने से आमजन की परेशानी बढ़ गई है।
अब यहां के लोगों के लिए सीधी निजी बस सेवा नहीं है। सिवाना से बालोतरा 35 व पादरू से 40 किमी है। क्षेत्र के गांवों से ओर अधिक दूर है। इस पर इन कस्बों व गांवों के ग्रामीणों को बालोतरा पहुंच बाड़मेर, जयपुर के लिए बस, रेलगाड़ी पकडऩी पड़ती है। कस्बों व गांवों से बालोतरा की अधिक दूरी, साधनों के सीमित आवागमन, व महंगे किराए से हर दिन बड़ी संख्या में ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ती है। सरकार के बार बार बस सेवा को बंद करने से इनमें भारी रोष है।
फिर शुरू हो सेवा वर्षों की मांग पर सरकार ने जयपुर, बाड़मेर के लिए एकमात्र बस सेवा शुरू की थी। इससे क्षेत्र भर के लोगों को अच्छी सुविधा मिल रही थी। रोडवेज को भी कमाई हो रही थी। सरकार के इसे बंद करने से परेशानी बढ़ गई है। बस सेवा शुरू करें।
– सवाईसिंह राठौड़ नहीं है सीधी बस सिवाना, पादरू व क्षेत्र से जयपुर, बाड़मेर के लिए सीधी निजी बस सेवा तक नहीं है। एकमात्र संचालित रोडवेज को बंद करने पर बालोतरा पहुंच रेलगाड़ी, बस पकडऩी पड़ती है। क्षेत्र से अधिक दूरी, सीमित साधन, महंगे किराए पर अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।
– संपत कुमार जैन