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खेतों पर रोज हमले, नियंत्रण से बाहर होती टिड्डी

locationबाड़मेरPublished: May 18, 2020 09:43:19 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-गुड़ीसर, माडपुरा बरवाला क्षेत्र में कई हेक्टेयर में टिड्डी-अब तक जिले के 6745 हेक्टेयर में टिड्डी नियंत्रण का दावा-पिछली बार 21 मई को बाड़मेर में रिपोर्ट हुई थी टिड्डी-इस साल अप्रेल के दूसरे पखवाड़े से ही हमले शुरू

खेतों पर रोज हमले, नियंत्रण से बाहर होती टिड्डी

खेतों पर रोज हमले, नियंत्रण से बाहर होती टिड्डी

बाड़मेर. थार में टिड्डी का हमला लगातार बढ़ता जा रहा है। रोज नए-नए क्षेत्र में टिड्डी दलों के हमलों से किसान भयभीत है। बाड़मेर शहर के आसपास के क्षेत्रों में टिड्डी पहुंचने के कारण खेतों में सब्जी के नुकसान की आशंका से चिंता बढ़ती जा रही है। हरियाली की दुश्मन टिड्डी बबूल तक का सफाया कर रही है।
टिड्डी नियंत्रण संगठन व कृषि विभाग के प्रयास पर टिड्डी भारी पड़ रही है। टिड्डी की संख्या इतनी अधिक है कि नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। कुछ देर पहले मिली सूचना पर नियंत्रण के लिए टीम पहुंच रही है, लेकिन इससे पहले ही दल अन्य क्षेत्र में पहुंच कर नुकसान कर देता है। इससे विभाग की टीमें भी हैरान हो रही है।
जहां कभी नहीं पहुंची, वहां अब बड़े हमले
टिड्डी थार के कई क्षेत्रों में लम्बे समय तक नहीं पहुंची थी। टिड्डी का हमला सीमावर्ती क्षेत्रों में तो लगातार सालों से चलता है और इसका सर्वे भी इन्हीं क्षेत्रों से होता हैं। क्योंंकि टिड्डी पाकिस्तान से आती है। इसलिए इसके नियंत्रण को लेकर विभागों का फोकस भी सीमावर्ती क्षेत्र ही होता है। लेकिन इस बार टिड्डी का हमला बाड़मेर शहर तक पहुंच गया और इससे आगे होता हुआ आसपास के खेतों में नुकसान कर रहा है। अब तो टिड्डी और भी आगे बढ़ चुकी है। यहां से अन्य जिलों में भी फैल गई है। टिड्डी के बड़े दल रविवार को बाड़मेर शहर के निकटवर्ती गुड़ीसर, माडपुरा बरवाला सहित सिणधरी क्षेत्र में भी खेतों तक पहुंच गए।
धरे रह गए विभागों के अनुमान
टिड्डी नियंत्रण संगठन के अनुमान से पहले ही टिड्डी इस बार थार पहुंच गई। विभाग ने नियंत्रण शुरू किया, लेकिन टिड्डी हाथ नहीं आई और आगे बढ़ती गई। कई किमी चौड़े-दल टीमों के रैंज में ही नहीं आए और नियंत्रण से पहले ही आगे निकल गए। पिछले साल 2019 में 21 मई को टिड्डी बाड़मेर के तामलोर में रिपोर्ट हुई थी। इस बार अप्रेल के तीसरे सप्ताह में जैसलमेर में दिखने के बाद अचानक बाड़मेर भी पहुंच गई। विभाग के अनुमान भी फेल हो गए। इसलिए इस बार हमले बड़े और अधिक हो रहे हैं।
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अचानक आ रही है टिड्डी
अप्रेल 20 से सर्वे शुरू किया। उस वक्त कुछ नहीं था। लेकिन अब अचानक टिड्डी बड़ी संख्या में आ रही है, हमारी टीमें नियंत्रण के लिए सभी जगह पहुंच रही है।
केवी चौधरी, संरक्षण अधिकारी, टिड्डी नियंत्रण संगठन बाड़मेर
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