उन्होंने पहले पैर में संपूर्ण धरती, दूसरे में संपूर्ण ब्रह्मांड नाप लिया। इसके बाद तीसरा पैर रखने के लिए जगह नहीं बची। इस पर महाराज बलि ने अपना वचन निभाने के लिए अपना सिर उनके सामने कर दिया। इसके पश्चात रामजन्म व भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर प्रवचन किया। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं तथा विभिन्न दुष्टों के संहार को लेकर प्रवचन किए। इस दौरान पांडाल में उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण के जयकारे लगाए।
मंदिर कमेटी के बालाराम मूढ़ ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न दानदाताओं का सम्मान किया गया। इसमें प्रसादी के लाभार्थी विशनाराम किरतोणी मंूढ़ परिवार, हवन शाला निर्माण के लाभार्थी दूदाराम जानी, साफा व माला व्यवस्था के लाभार्थी नरसिंहराम कड़वासरा, स्मृति चिह्न के विरमाराम मूंढ़, वीडियो ग्राफी के लाभार्थी जेठाराम मूढ़ व जल व्यवस्था के लिए हेमाराम भादू को दानदाता के रूप में बाल संत ने सम्मानित किया।
मंदिर कमेटी के बालाराम मूढ़ ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न दानदाताओं का सम्मान किया गया। इसमें प्रसादी के लाभार्थी विशनाराम किरतोणी मंूढ़ परिवार, हवन शाला निर्माण के लाभार्थी दूदाराम जानी, साफा व माला व्यवस्था के लाभार्थी नरसिंहराम कड़वासरा, स्मृति चिह्न के विरमाराम मूंढ़, वीडियो ग्राफी के लाभार्थी जेठाराम मूढ़ व जल व्यवस्था के लिए हेमाराम भादू को दानदाता के रूप में बाल संत ने सम्मानित किया।
बाहर से आए मेहमानों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, अध्यापक लूंभाराम चौधरी, आईदानराम सऊ, गणपत चौधरी व खेमा बाबा अर्नेश्वर धाम कमेटी के सदस्यों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में गुरुवार को संत कृपाराम महाराज के प्रवचन व महायज्ञ शुरू होगा। भजन संध्या में गजेन्द्र राव जोधपुर एंड पार्टी भजन प्रस्तुत करेंगे। साथ ही शिखर, ध्वजा सहित अन्य बोलियों की शुरुआत होगी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहेंगे। आयोजकों ने क्षेत्र के सभी जनों को उपस्थित होने तथा धर्म लाभ लेने की बात कही।