scriptजब ताई बोली दादा से….तुम्हारे पास कोई ऐसे काम नहीं, जिससे बाकी लोग प्रेरणा लें? | Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan has taken a dig at MLA Ramesh Mandol | Patrika News

जब ताई बोली दादा से….तुम्हारे पास कोई ऐसे काम नहीं, जिससे बाकी लोग प्रेरणा लें?

locationइंदौरPublished: Apr 10, 2018 11:04:48 am

Submitted by:

Mohit Panchal

– ग्रामीण व शहर भाजपा की बैठक में ताई ने किया मेंदोला पर कटाक्ष

bjp
इंदौर। लंबे समय बाद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इंदौर नगर और ग्रामीण भाजपाइयों की सोमवार को बैठक ली। चर्चा में सभी विधायकों ने अपने-अपने काम गिनवा दिए, लेकिन क्षेत्र-2 के विधायक रमेश मेंदोला मौन रहे। लगातार प्रयास करने के बावजूद भी जब मेंदोला नहीं बोले तो ताई ने उनकी तरफ देखा और कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या रमेश, तुम्हारे पास ऐसे कोई काम नहीं हैं, जिससे बाकी लोग प्रेरणा ले सकें?
वैसे तो नगर व जिला भाजपा की बैठक आंबेडकर जयंती के लिए रखी जानी थी, लेकिन ताई के आने पर उसका स्वरूप ही बदल गया। चर्चा के दौरान नगर व जिला अध्यक्षों ने संगठन के कामों की जानकारी दी तो बाद में गेंद विधायकों के पाले में आ गई। शुरुआत में तो सभी ने एक साथ बोल दिया कि ताई हमारे बीच में हैं, वे ही अपनी बात रखेंगी। पर ताई के कहने पर सबसे पहले विधायक महेंद्र हार्डिया खड़े हुए। उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन से लेकर तमाम योजनाओं का क्षेत्र के लोगों को लाभ दिलाने की बात कही।
सुदर्शन गुप्ता बोले- हमने बाबा से प्रेरणा लेकर काम करवाए
जब हार्डिया आकड़ा पेश कर रहे थे, तब समर्थकों ने बाबा रे बाबा… महेंद्र बाबा के नारे भी लगाए। बाद में विधायक सुदर्शन गुप्ता खड़े हुए और कहा हमने बाबा से प्रेरणा लेकर ही योजनाओं का लाभ क्षेत्र की जनता को दिलाया। उन्होंने कहा कि हमने सैकड़ों लोगों को मुख्यमंत्री बीमारी सहायता में मदद कराई। हमारे क्षेत्र का काम वरिष्ठ भाजपाई अशोक छाबड़ा देखते हैं जो सारी तैयारी कर लेते हैं। बाद में मैं उस फाइल को मुख्यमंत्री से स्वीकृत करा लेता हूं। विधायक आपके द्वार जाकर समस्या की सूची बनाकर उन्हें निपटाने की जानकारी दी।
स्कूल में पंखे लगवा दो
दोनों के बाद विधायक मेंदोला की बारी आई। उन्होंने साफ कर दिया कि मैं नहीं बोलूंगा, ये बोलकर वे बैठे रहे। ताई ने बोलने के लिए माइक संभाला। उन्होंने कहा कि सुदर्शन बोला कि मैंने बाबा से प्रेरणा ली, किसी ने तालाब गहरीकरण के लिए प्रेरणा ली… क्यों रमेश, दादा दयालु बनकर घूमता है, क्या तेरे पास कोई ऐसे काम नहीं हैं, जिनसे कोई प्रेरणा ले सके? या तू किसी को बताना नहीं चाहता है कि मैं क्या क्या कर रही हूं। इसके बाद भी ताई नहीं रुकीं, उन्होंने कहा कि मैं गांव के दौरे पर जाती हूं। तब लोग बताते हैं कि दस बोरी शकर का नुक्ता किया है। इस पर मैं बोलती हूं कि दस बोरी का नुक्ता कर रहा है तो नौ का करो… एक बोरी का पैसा बचाकर किसी सरकारी स्कूल में चार पंखे लगा दो। ये बात में सब जगह जाकर करती हंू। ताई का सीधा इशारा मेंदोला के भंडारों को लेकर था। हालांकि ताई की बात हाल में मौजूद सभी लोग समझ गए।
हर माह बैठना है कार्यालय पर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने विधायक, सांसद से लेकर प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि वे माह में कम से कम एक या दो बार पार्टी कार्यालय पर जाकर जरूर बैठें। वहां कार्यकर्ताओं की समस्या सुनकर उनका निराकरण करें, ताकि उनमें ऊर्जा बनी रहे। इसीके चलते ताई कल दीनदयाल भवन पहुंची थीं। उनसे पहले राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी एक दो बार बैठ चुके हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो