पहला टेंडर निरस्त, दुबारा आमंत्रित- शहर की प्रमुख समस्या के समाधान के लिए भारत सरकार ने तीन माह पूर्व 85 करोड़ लागत से ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति जारी की थी। करीब दो किलोमीटर दूरी में वाई आकार का ओवरब्रिज बनना प्रस्तावित है। ओवरब्रिज निर्माण स्वीकृति पर शहर व क्षेत्र के लोगों में खुशी छा गई थी। स्वीकृति बाद से आमजन निर्माण कार्य शुरू होने की बाट जोह रहा है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग विभाग ने दो माह पूर्व टेण्डर जारी किए थे। इनमें दो कंपनियों ने भाग लिया, लेकिन जांच बाद कुछ कमियों होने पर इन्हें निरस्त किया गया। दस दिन पूर्व दुबारा टेण्डर जारी किया। 26 जुलाई को टेण्डर की तकनीकी स्वीकूति जारी की जाएगी। टेण्डर करने वाली कंपनियों की जांच की जाएगी। जांच में सही पाए जाने पर संभवत 10 अगस्त को फाइनेसियल बीड खोली जाएगी। इस पर कौनसी कंपनी कितने समय में कार्य करेगी, यह तय होगा। उम्मीद जताईजा रही है कि सितम्बर के प्रथम सप्ताह में शिलान्यास किया जाएगा।