बाड़मेर

आखिर बाड़मेर के इस गांव क्यों नहीं जा रहे कलक्टर साहब?

– लगातार छठी बार स्थगित हुई गूंगा में कलक्टर की चौपाल, मायूस लौटे ग्रामीण,अपरिहार्य कारणों से नहीं पहुंच पाए कलक्टर, होना था पंचायत समिति व उपखंड कार्यालय का निरीक्षण, वहां भी धरी रह गई तैयारियां

बाड़मेरMar 15, 2017 / 12:19 pm

भवानी सिंह

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इसे महज संयोग माना जाए या गूंगा के लोगों का तकदीर, लेकिन सच तो यही हैं कि निकटवर्ती गूंगा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर प्रस्तावित जिला कलक्टर की रात्रि चौपाल बीते एक वर्ष से आदेश पर आदेश निकालने के बावजूद बार-बार स्थगित हो रही हैं। ऐसे में लोगों का भरोसा जिले के आला अधिकारियों से उठने लगा हैं। ग्रामीण इस असंमजस में हैं कि कलक्टर साहब आखिर गूंगा आने से क्यों कतरा रहे हैं। बीते वर्ष की 29 मार्च से शुरू हुए इस सिलसिले को एक वर्ष की अवधि होने में महज एक पखवाड़ा ही शेष हैं। इस दौरान लगातार 6 बार रात्रि चौपाल के आयोजन व स्थगित करने के आदेश निकलते रहे। मजे की बात तो यह हैं कि इनमें से एक भी बार किसी भी प्रस्तावित तिथि को गूंगा में अपने हाथों में अभ्यावेदन लेकर जिले के मुखिया का इंतजार कर रहे गूंगा, हड़वा व राजड़ाल के सैंकड़ों फ रियादियों की सुध लेने के लिए अतिरिक्त कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अथवा उपखंड अधिकारी तक नहीं पहुंचे। ऐसे में ग्रामीणों ने आखिर मंगलवार को यह मान लिया कि प्रशासन की ओर से गूंगा में रात्रि चौपाल लगानी ही नहीं हैं। ग्रामीण यह भी कहने लगे कि गांव का नाम भले ही गूंगा हैं, लेकिन जिस दिन यह गूंगा बोल उठा तो अपनी ताकत का अहसास भी कराएगा।
आमजन के अभाव

अभियोग सुनने तथा उनका मौके पर ही हरसंभव निस्तारण करने के उद्देश्य से लगाई जाने वाली रात्रि चौपाल मंगलवार को गूंगा में एक बार फिर अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। अपरिहार्य कारणों व गूंगा की रात्रि चौपाल का बीते एक वर्ष से ऐसा संयोग बैठ रहा हैं कि इस चौपाल के लिए हर बार तारीख मुकर्रर की जाती हैं, परंतु जिस दिन इस चौपाल की तिथि आती हैं, उसके ठीक सुबह जिला कलक्टर कार्यालय की ओर से इसके स्थगित होने का समाचार प्रसारित कर दिया जाता हैं। एेसे में 12 माह में ऐसा लगातार छठी बार जिला कलेक्टर की बाट जोह रहे गूंगा, हड़वा व राजडाल के ग्रामीणों को मायूस लौटना पड़ा।
कब-कब हुई स्थगित

गौरतलब है कि गूंगा में रात्रि चौपाल का कार्यक्रम पूर्व में भी 29 मार्च, 6 अप्रेल , 30 अगस्त, 7 अक्टूबर व 18 नवंबर को भी अपरिहार्य कारणों का हवाला देकर एनवक्त पर स्थगित कर दिया गया था। और अब 14 मार्च को होने वाली चौपाल भी स्थगित कर दिए जाने से कई फरियादीयों को अपने अभ्यावेदन लेकर जिला मुख्यालय का रूख करना पड़ेगा।
नहीं हुआ निरीक्षण

गूंगा में कलक्टर की रात्रि चौपाल से पूर्व स्थानीय पंचायत समिति कार्यालय व उपखंड कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण भी जिला कलक्टर किया जाना था। इसको लेकर अधिकारियों ने होली के बाद सुबह निर्धारित समय से पूर्व कार्यालयों में पहुंच कार्यालयों की सफाई के साथ आवश्यक कार्य पूर्ण करने के साथ विभिन्न तैयारियां की, लेकिन जिला कलक्टर का कार्यक्रम स्थगित हो जाने से सब तैयारियां धरी रह गई। 

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